उत्तर प्रदेश: सपा सांसद एसटी हसन ने यूसीसी के लॉ कमीशन पर कहा कि समान नागरिक संहिता को लागू करने की बात कही जा रही है, हमारा देश अनेकता में एकता का देश है यह रंग बिरंगी फूलों का गुलदस्ता है। देश आजाद होने के समय कानून बना था जिसमें अंबेडकर साहब ने लिखा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने धर्म का पालन करने की स्वतंत्रता है।
संविधान के अनुसार हम शरीयत के कानून अपने ऊपर यदि लागू कर रहे हैं इससे किसी दूसरे को परेशानी क्यों हो रही है। इस्लाम पहला धर्म है जिसमें महिलाओं को अपनी पैतृक संपत्ति में 14 साल पहले हक दिया था। हमें जो कुराने पाक ने हिदायत दी है उसी का पालन करेंगे कोई चाहे कितने ही कानून बना दे। कुराने पाक के अनुसार ही अगर किसी की पत्नी बीमार है या उसे बच्चा नहीं हो रहा है तो पत्नी की इजाजत से दूसरी शादी करने में कोई परहेज नहीं इसमें किसी अन्य को कोई तकलीफ नहीं होनी चाहिए।
आपने लिव इन रिलेशनशिप को संवैधानिक दर्जा दिया है। आप अब कैसे कह सकते हैं कि आप दूसरी शादी ना करें इस पर मुझे आपत्ति है। हम मुसलमान अल्लाह के कुराने पाक में जो लिखा है उसको मानते है। यदि इन्हें खत्म किया जाएगा तो हम इसका जबरदस्त विरोध करेंगे। सवाल यूसीसी कानून का नहीं है बल्कि यह इनकी 2024 की तैयारी है। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं में एक होड़ मची है कौन किस मुसलमान को कितना टॉर्चर करें। यह बात मुसलमान अच्छी प्रकार से समझ रहा है। जो मुसलमान कुराने पाक को मानता है वह प्रत्येक मुसलमान बहुत अच्छा है। हर मुसलमान कुराने पाक को मानता है और जो इसे नहीं मानता वह कहीं और चला जाएगा।