बिहार (मोतिहारी): संवाददाता – प्रमोद कुमार
मोतिहारी। फेनहारा थाना क्षेत्र के मां जानकी सेवा सदन सेखौना चौक में कार्यरत महिला खुसबू नेसा नर्स के साथ अस्पताल संचालक जयप्रकाश दास, कुंदन कुमार, डॉक्टर संतोष कुमार, गुरुनाथ, उमाशंकर दास, इन सभी 5 पर गैंग रेप कर हत्या का आरोप लगा है। नर्स का शव मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। सूचना मिलते ही पकड़ी दयाल डीएसपी के निर्देश पर फेनहारा थाना अध्यक्ष ने नर्स का शव मुजफ्फरपुर एक एम्बुलेंस से बरामद कर पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। इस हत्या को लेकर फेनहारा थाना में कांड संख्या 121/23 के तहत केस दर्ज किया गया है।
पुलिस ने अस्पताल किया सील
इस हत्या कांड में संलिप्त कुंदन कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है, और उससे पूछताछ की जा रही है। फेनहारा थानाध्यक्ष सुधीर सिंह, अंचलाधिकारी सुश्री अर्पणा कुमारी ने तत्काल करवाई करते हुए सेखौना स्थित निजी अस्पताल को सील कर दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे कुकृत्य करने वाले को किसी भी हाल में बख्शा नही जाएगा। बेटी की मौत पर माँ का एक वीडियो सामने आया है।
मृतका की मां ने दर्ज कराई प्राथमिकी
फेनहारा थाना क्षेत्र के शेखौना चौक के मां जानकी सेवा सदन नर्सिंग होम में काम करने वाली नर्स की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई। उसका शव गुरुवार की देर को मुजफ्फरपुर से बरामद किया गया। मधुबन थाना क्षेत्र के डिहूटोला निवासी मृतका की मां के बयान पर नर्सिंग होम संचालक जय प्रकाश दास सहित पांच पर रेप कर हत्या करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। थानाध्यक्ष सुधीर कुमार ने एक नामजद अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं नर्सिंग होम को सील कर दिया है। दर्ज कराई गई प्राथमिकी में नर्स की मां ने बताया है कि उसकी पुत्री मां जानकी सेवा सदन में नर्स का काम करती थी।
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दो साल पहले पति को हुई मौत, मायके मे कर रही थी गुजर- बसर
हॉस्पिटल का संचालन मधुबन थाना क्षेत्र के तालीमपुर का डॉक्टर जय प्रकाश दास और बहुआरा का मंतोष कुमार मिलकर करता है। दोनों पूर्व से उसके परिचित हैं। उसकी बेटी की शादी चकिया के कोन्हिया गांव में हुई थी। दो साल पहले उसके पति की मौत हो गई। इसलिए वह अपने मायके में रह कर छोटा-मोटा काम करती थी। इस बीच जय प्रकाश ने उसे काम करने के लिए अपने यहां बुला लिया। जब से नर्सिंग होम खुला है, तब से वह वहां काम करती थी।
कुछ दिनों पूर्व वह वापस आ गई। वह जाने से मना कर दी। पूछने पर बताया कि वे लोग मेरे साथ गलत काम करते हैं। बाद में जय प्रकाश दास अपने एक कंपाउंडर के साथ आया और अपनी गलती स्वीकार करते हुआ कहा कि जाने दीजिए, इसके बाद वैसा नहीं होगा। हिसाब कर पैसा लेकर चली आएगी। दोनों उसकी बेटी को बुलाकर ले गए। लेकिन, उसके बाद से बेटी वापस नहीं आई।