Neeraj Chopra: भारत में इस समय काफी खुशी का माहौल है। हाल ही में चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के बाद भारत पूरे विश्व से सुर्ख़ियों बटोर रहा है। चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग का जश्न अभी खत्म नही हुआ कि नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड जीतते हुए इतिहास रच दिया और भारत का सर गर्व से ऊंचा कर दिया है। वह एथलेटिक्स वर्ल्ड चैंपियनशिप इतिहास में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय हैं। यही नही यह उनका तीसरा मेडल है। इससे पहले उन्होंने सिल्वर जीता था, जबकि लॉन्ग जंपर अंजू बॉबी जॉर्ज ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
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जाने कौन है नीरज चोपड़ा
- नीरज चोपड़ा टोक्यो ओलंपिक में प्रवेश करने वाले पुरुषों की जैवलिन थ्रो प्रतियोगिता में सबसे पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक है।
- इतनी कम उम्र के बावजूद भारतीय जेवलिन थ्रोअर ने ओलंपिक पदक जीतकर पहले और एकमात्र ट्रैक एंड फील्ड एथलीट बनकर इतिहास की किताबों में अपना नाम दर्ज करा लिया है – वो भी एक स्वर्ण पदक के साथ।
- टोक्यो 2020 में नीरज चोपड़ा का स्वर्ण पदक बीजिंग 2008 में निशानेबाज अभिनव बिंद्रा की 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक के बाद भारत का दूसरा व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक था।
- जब मुख्य इवेंट शुरू हुआ, तो इस भारतीय एथलीट ने अपनी शानदार शुरुआत की। नीरज चोपड़ा 86.65 मीटर थ्रो के साथ क्वालीफाइंग दौर में शीर्ष पर रहे, जहां वेटर सिर्फ 85.64 मीटर का थ्रो ही कर पाए थे।
- जहां अधिकांश लोग फाइनल में नीरज चोपड़ा को पछाड़ने के लिए जर्मन वेटर का समर्थन कर रहे थे, वहीं भारतीय ने जोरदार अंदाज में अपने ही प्रयास से सभी को गलत साबित कर दिया। जहां वेटर ने संघर्ष किया और अंतिम आठ में जगह बनाने में असफल रहे, नीरज चोपड़ा शुरू से अंत तक मैदान पर सबसे आगे रहे।
पहली बाजी नाकामयाब रही
आपको बता दे कि फाइनल के दौरान नीरज चोपड़ा की पहली बाजी नाकामयाब रही। जिसके बाद सभी की सांसे थम गईं थी, लेकिन दूसरी बाजी में गोल्डन ब्वॉय ने ऐसा दम दिखाया कि वह आखिरी तक इस बाजी की बदौलत सरताज साबित हुए. उन्होंने इस बाजी में 88.17 मीटर दूर भाला फेंका और अंत तक नंबर-1 पर बने रहे। दूसरे स्थान पर पाकिस्तान के अरशद नदीम रहे जिन्होंने फाइनल में अपना बेस्ट 87.72 मीटर दूर भाला फेंका।