NITI Aayog Report:भारत में लोगों के खर्च करने की आदत को लेकर एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें बताया गया है कि,देश के ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी क्षेत्रों तक में रहने वाले लोग किस तरीके और कहां पर पैसे खर्च करते हैं इसका पूरा ब्यौरा इस रिपोर्ट में दिया गया है.आपको बता दें कि,ये रिपोर्ट सांख्यिकीय मंत्रालय की ओर से जारी की गई है जिसमें ये निकलकर सामने आया है कि,हर महीने खाने-पीने वाली चीजों पर होने वाला खर्च बीते 10 साल में ग्रामीण क्षेत्रों में 53 फीसदी से घटकर 46.4 प्रतिशत जबकि शहरी क्षेत्रों में 42.6 प्रतिशत से घटकर 39.2 प्रतिशत रह गया है।
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पहले से दोगुना हो गया मासिक घरेलू खर्च
नीति आयोग के अध्यक्ष बीवीआर सुब्रमण्यम के मुताबिक,देश में परिवारों का प्रति व्यक्ति मासिक घरेलू खर्च 2011-12 की तुलना में 2022-23 में दोगुने से अधिक हो गया है.घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण के अनुसार,ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों का खर्च पहले से बढ़ा है,ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की लाइफस्टाइल में भारी बदलाव देखा गया है जिससे लोगों की खर्च करने की क्षमता बढ़ी है.वहीं शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गैप 90 फीसदी से घटकर 70 फीसदी का रह गया है.रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि,ग्रामीण क्षेत्रों में अनाज की खपत 11 फीसदी से घटकर 5 फीसदी रह गई है जबकि शहरी क्षेत्रों में ये घटकर 4 फीसदी रह गई है।
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शहरी क्षेत्रों में खाने पर कम खर्च कर रहें भारतीय
आपको बता दें कि,सरकार की ओर से कराया गया ये सर्वे अगस्त 2022 से जुलाई 2023 के बीच किया गया था.सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक,ग्रामीत्र क्षेत्रों में हर महीने होने वाले खर्च में खाने-पीने की हिस्सेदारी 2011-12 की तुलना में 53 फीसदी थी जो अब घटकर 46.4 फीसदी रह गई है.वहीं अगर बात शहरी क्षेत्रों की करें तो यहां पर खर्च में भोजन की हिस्सेदारी इस अवधि में 42.6 फीसदी से कम होकर 39.2 फीसदी रह गई है।
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मनोरंजन के साधनों पर दिल खोलकर कर रहें खर्च
सर्वे की रिपोर्ट बताती है कि,भारतीय परिवार अब खाने-पीने की चीजों पर खर्च कम कर रहे हैं जबकि अपने मनोरंजन के साधनों पर ज्यादा खर्च कर रहे हैं.लोगों की अब पहले से ज्यादा खरीददारी करने की क्षमता बढ़ी है.रिपोर्ट में दावा किया गया है कि,बेशक लोगों की आय पहले से ज्यादा बढ़ी है लेकिन लोग अब भोजन पर कम खर्च कर रहे हैं इसकी तुलना में वे अन्य चीजों पर ज्यादा खर्च कर रहे हैं।