Lata Mangeshkar Birthday: भारत की स्वर कोकिला कही जाने वाली लता मंगेशकर का जन्म आज के दिन 28 सितंबर 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। लता मंगेशकर अपनी आवाज के वजह से देश-विदेश के साथ कई लोगों के दिल पर आज भी राज करती हैं। आज भी भारतीय सिनेमा में लोग लता मंगेशकर को बड़ी गायिका के रुप में याद करते हैं।
आपको बता दे कि लता मंगेशकर जब एक मसहूर गायिका बनी तब उनके साथ बड़े-बड़े लोग काम करना चाहते थे। साथ ही उनके साथ काम करने के लिए उन लोगों को कई सालों का इंतजार करना पड़ता था। आज वो भले ही हमारे बीच नहीं हैं पर उनके सदाबहार गानों की वजह से वो आज भी करोंड़ों लोगों के दिलों में जिंदा हैं।
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जानें इन अवार्ड से नवाजा गया
लता मंगेशकर की मधुर आवाज के वजह से उन्हें स्वर कोकिला के नाम से नवाजा गया था। मगर आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि लता मंगेशकर महज 13 साल की उम्र में उन्होंने अपना सिंगिंग करियर को शुरू किया था। साथ ही वह 20 भाषाओं में 30,000 से भी ज्यादा गाने गाकर सभी लोगों का दिल भी जीता हैं। आपको यह भी जानकारी देना चाहेगें कि लता मंगेशकर को अपने गानें के हुनर से दादा साहब फाल्के और भारत रत्न जैसे आवार्ड से भी सम्मानित की जा चुकी हैं। हालाकि लता मंगेशकर ने ऐसे कई सदाबाहार गाने गाए हैं। जिसे आज तक कोई भी गायक उस तरह से नहीं गा पाया हैं।
कैसे नाम पड़ा लता..
लता जी जब महज 5 साल की थी ,तब से वह अपने पिता के लिए कई प्लेज में भी काम किया था। बता दें कि लता जी का बचपन का नाम हेमा रखा गया था। बात बहुत पुरानी हैं जब उनके पिता का नाटक लतिका नाम के एक किरदार से बहुत प्रेरित होकर अपने बेटी का नाम हेमा बदलक लता रखा दिया गया। तब से सभी लोग हेमा को लता नाम से पुकारने लगें।
अगले जन्म लता नही बनाना चाहूंगी
एक समय था जब लता मंगेशकर मीडिया वालों को इंटरव्यू देते हुए उस दौरान उन्होंने बताया कि मैं जब अगला जन्म लुंगी तब मैं कभी भी लता मंगेशकर नहीं बनाना चाहूंगी, क्यों कि लता की जींदगी बहुत ही परेशानियों से भरी हुयी हैं। हालाकि लता मंगेशकर अपने जीवन के नीजी बातों को किसी से भी साझा नहीं करती थी।लता मंगेशकर इतनी अमीर होने के बावजूद भी वह हमेसा सिंपल रूप में नजर आती थी।
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जानें क्यों गले का इंश्योरेंस करवाई
लता मंगेशकर को सन् 1960 में वोकल कॉर्ड्स में कुछ समस्या पैदा होने लगी थी। ऐसी समस्या से परेशान होकर जल्द ही उन्होंने अपने गले का इंश्योरेंस करवा लिया था। आपको बता दें कि जब लता मंगेशकर ने गले का इंश्योरेंस करवाया था, तब उन्हें गले में बहुत समस्या होने लगी जिसके कारण वह 6 महिने तक मौन रही थी।