Gangster Aman Singh Murder Case: झारखंड के धनबाद जेल में बंद उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगेस्टर शूटर अमन सिंह की रविवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। शूटर अमन सिंह धनबाद जेल में पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या केस में बंद था। अमन सिंह के खिलाफ हत्या, रंगदारी, किडनैपिंग, वसूली, जैसे कई आपराधिक मामले दर्ज थे। अमन सिंह के सिर पर 7 गोलियां मारी गई। जेल के अंदर हुई हत्या को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खडे़ हो रहे है। हत्या के बाद जेलर समेत 6 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया। वारिष्ठ पुलिस- प्रशासनिक अधिकारी मामले की छानबीन में जुटे है, वहीं मृतक अमन सिंह के परिजनों ने हत्या की जांच सीबीआई (CBI) से जांच कराने की मांग कर रहे है।
धनबाद मंडल जेल के अंदर बंद कुख्यात शूटर अमन सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी गई। मिली जानकारी के मुताबिक जेल के अंदर बंद कैदियो के बीच दोपहर को मारपीट हो गई। इसी दौरान पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगो की हत्या के आरोप में बंद यूपी के गैंगेस्टर अमन सिंह के सिर पर ताबड़तोड़ 6-7 राउंड गोलियां चलाकर हत्या कर दी गई। गोली लगने के बाद वह गंभीर रुप से घायल हो गया। अमन सिंह को गंभीर हालत में एसएनएमएमसीएच ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शूटर अमन सिंह के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। सोमवार को अमन सिंह का शव मजिस्ट्रेट की निगरानी में किया गया। पोस्टमार्टम कराने के बाद अमन सिंह का शव यूपी से आये परिजनों को सौंप दिया गया।
जांच के लिए पहुंच पुलिस अधिकारी
धनबाद की जेल में घटना की जांच करने पहुंचे डीसी वरुण रंजन, एसएसपी संजीव कुमार, सिटी ग्रामीण एसपी, अजीत कुमार, कपिल चौधरी, डीडीसी शशिप्रकाश सिंह सहित अन्य अधिकारी भी जेल पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल किये। उच्चाधिकारियों ने जेल के अंदर कैदियों और जेल के आला अधिकारियों की पूछताछ की है। पूछताछ में मिली जानकारी के मुताबिक कैदी सुंदर महतो द्वारा अमन सिंह को गोली मारी गई थी। सघन तलाशी के बाद से हत्या में इस्तेमाल किए गए असलहों को बरामद कर लिया है। फिलहाल पुलिस ने अमन सिंह हत्या में लापरवाही को लेकर जेलर मो. मुसत्कीम अंसारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है, वहीं चतरा जेलर को पदभार दिया गया है। घटनाक्रम में लापरवाही बरतने वाले 5 कक्षपालों को भी निलंबित कर दिया गया है।
सुरक्षा- व्यवस्था पर उठे सवाल
धनबाद जेल के अंदर बंद गैंगेस्टर अमन सिंह की हुई हत्या को लेकर पुलिस- प्रशासन पर सुरक्षा को लेकर बड़े सवाल खड़े हो रहे है। जेल के अंदर बंद रहने के बावजूद अमन सिंह को गोली मारकर हत्या कर दी गई। सवाल यह उठता है कि जेल के अंदर इतनी शख्त सुरक्षा होने के बाद भी जेल के अंदर अपराधियों के पास तक हथियार कैसे पहुंच जाते है। आखिरकार उन लोगो तक अवैध तरीक से असलहें पहुंचाता कौन है। बता दें कि अमन सिंह जेल के से अपना आपराधिक नेटवर्क फैला रखा था। वह जेल के अंदर अपने गुर्गो के माध्यम से फोन पर धमकियां देकर रंगदारी, वसूली, अपहरण आदि जैसे घटनाओ को अंजाम दिलवाता था।
हाईकोर्ट ने मामले को लिया संज्ञान
जेल के अंदर बंद गैंगेस्टर अमन सिंह की हुई हत्या के बाद से झारखंड हाईकोर्ट के चीफ न्यायाधीश संजय कुमार मिश्रा व जस्टिस आनंद सेन की पीठ ने ने घटना को स्वतः संज्ञाम मे लिया है। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कारा महानिरीक्षक को ऑनलाइन अदालत में उपस्थित होने का निर्देश दिया है। महाधिवक्ता राजीव रंजन ने अदालत को बताया कि इस मामले की जांच के लिए एसआइटी टीम का गठन किया गया है, जो घटना की जांच कर रही है। कारा महानिरीक्षक भी धनबाद गए हैं। अधिकारियों की टीम लौटेगी तो इसकी रिपोर्ट अदालत में पेश की जाएगी।