Neha Singh Rathore:उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लोकगायिका नेहा सिंह राठौर (Neha Singh Rathore) पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 10 और आईटी एक्ट की धारा 1 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह प्राथमिकी बीएनएस और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत उनके खिलाफ रविवार को दर्ज की गई।वहीं FIR दर्ज होने के बाद नेहा सिंह राठौर ने एक और वीडियो जारी कर अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने सरकार पर फिर से निशाना साधा है।
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FIR दर्ज होने के बाद नेहा का वीडियो
लखनऊ के हजरतगंज थाने में दर्ज की गई प्राथमिकी के बाद, नेहा सिंह राठौर ने सोशल मीडिया साइट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का तंजिया लहजे में धन्यवाद करते हुए एक पोस्ट जारी की। इसके बाद दूसरी पोस्ट में उन्होंने दावा किया कि उनके खाते में केवल 519 रुपये हैं और वे वकील की मदद की तलाश में हैं।सोमवार, 28 अप्रैल को नेहा ने एक और वीडियो पोस्ट किया जिसमें उन्होंने कहा कि यह प्राथमिकी सरकार द्वारा पहलगाम हमले से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए दर्ज की गई है। वीडियो में उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की नाकामी का ठीकरा उनके सिर पर मढ़ने की कोशिश की जा रही है।
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नेहा ने सरकार पर उठाए सवाल
वीडियो में नेहा सिंह राठौर ने कहा, “सरकार, पहलगाम हमले से लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है, इसलिए मेरे ऊपर एफआईआर दर्ज कर दी गई है। क्या यह सही है?” उन्होंने सरकार से यह सवाल भी किया कि अब तक पहलगाम हमले के बाद सरकार ने क्या किया है? उनका कहना था, “अगर सरकार को मुझसे इतनी समस्या है, तो वह मुझसे सवालों का जवाब क्यों नहीं देती? आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती?”नेहा ने आगे कहा कि वह अपने सवाल पूछने का अधिकार नहीं छोड़ सकतीं और यह उनका लोकतांत्रिक हक है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि सरकार को उनकी बातें पसंद नहीं आतीं तो वे उन्हें एफआईआर दर्ज करने, नोटिस भेजने, नौकरी छीनने, और अपमानित करने की धमकियां दे सकती है, लेकिन वह अपना सवाल उठाती रहेंगी।
वीडियो में और क्या था?
नेहा ने वीडियो में कहा, “प्रधानमंत्री भगवान नहीं हैं और बीजेपी देश नहीं है। अगर सवालों से आपको दिक्कत है, तो सरकार छोड़ दीजिए, तब मैं सवाल नहीं पूछूंगी।” उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की नाकामी का ठीकरा उनके सिर पर मढ़ना लोकतंत्र में सवाल पूछने के अधिकार को दबाने का प्रयास है।नेहा ने अपने वीडियो में सरकार को तानाशाही के रूप में पेश करते हुए कहा, “क्या यह राजनीति है? अगर यह राजनीति है, तो तानाशाही क्या है?” इस वीडियो के माध्यम से नेहा ने अपनी आवाज को और जोरदार तरीके से उठाया है और सरकार के खिलाफ अपने सवालों को स्पष्ट किया है।
नेहा की प्रतिक्रिया का राजनीतिक संदर्भ
नेहा सिंह राठौर का यह वीडियो एक बड़ा राजनीतिक बयान बन गया है। उनका यह कहना कि सरकार उन पर एफआईआर दर्ज कर असली मुद्दों से ध्यान भटका रही है, एक गंभीर आरोप है। यह वीडियो न केवल नेहा के पक्ष में बल्कि पूरे देश के लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति उनके समर्थन के रूप में देखा जा रहा है।नकी यह प्रतिक्रिया दर्शाती है कि वह अपनी नीतियों और विचारों के बारे में खुलकर बात करने के लिए तैयार हैं, भले ही उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। यह घटना एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है, जहां सोशल मीडिया के माध्यम से लोग अपने विचारों को स्पष्ट कर सकते हैं और सरकार के खिलाफ आवाज उठा सकते हैं।