Chhath 2023 : छठ पूजा सिर्फ एक त्यौहार नहीं, बल्कि बिहार और यूपी के लोगों के लिए एक इमोशन है। यह त्यौहार घर के सभी सदस्यों को एक जगह इक्कठा करता है।जहां एक तरफ लोग अपने घरों में छठ की तैयारी कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ छठ घाटों पर भी तैयारी शुरू हो गई हैं। बता दें कि बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में यह पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दौरान छठी मैया और सूर्यदेव की पूजा की जाती है। पटना के ज्योतिषविद् के अनुसार यह खोया हुआ मान और सम्मान वापस पाने का त्योहार है। सूर्यदेव और उनकी बहन की पूजा करने का त्योहार है।
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बोलचाल में यह छठी मैया कहां गया..
बता दें कि ज्योतिषविद् के अनुसार धार्मिक ग्रंथों में यह उल्लेख है कि सूर्यदेव की बहन ही छठी मैया हैं। बता दें कि छठी मैया ब्रह्मा जी की मानस पुत्री हैं। शपौराणिक कथा के अनुसार सृष्टि की रचना के समय ब्रह्मा जी ने अपने शरीर को दो हिस्सों में बांट दिया था। उनके दाएं हिस्से से पुरुष और बाएं हिस्से से प्रकृति का जन्म हुआ। इसके बाद प्रकृति ने अपने आप को छह हिस्सों में बांट दिया। प्रकृति देवी के छठवें हिस्से को षष्ठी देवी कहा गया। षष्ठी देवी को ही छठी देवी कहा जाता है। बोलचाल में यह छठी मैया कहां गया है।
कार्तिकेय की पत्नी हैं..
पुराणों के अनुसार छठी मइया के पति का नाम ‘कार्तिकेय’ है। इसके साथ कार्तिकेय जो भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र हैं और भगवान गणेश के भाई भी हैं। वहीं श्रीमद भागवत महापुराण के अनुसार प्रकृति के छठे अंश से प्रकट हुई 16 माताओं में सबसे प्रसिद्ध छठी मइया हैं, जो कार्तिकेय की पत्नी हैं।