Dev Deepawali 2024: इस वर्ष 15 नवंबर को काशी की भव्य देव दीपावली (Dev Deepawali) का आयोजन होने जा रहा है. सभी 84 घाटों को 16 लाख दीयों से सजाया जाएगा. इस अनोखे और मनमोहक आयोजन का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के काशी आने की संभावना है. इस दिन काशी के गंगा द्वार और चेत सिंह घाट पर लेजर शो का भी आयोजन किया जाएगा, जिसकी तैयारियों में अभी से रिहर्सल चल रहा है. गंगा के दूसरी ओर दर्शकों के लिए शानदार आतिशबाजी का भी प्रदर्शन किया जाएगा. सबसे खास बात यह है कि इस बार घाटों पर सजने वाले दिए महिला सशक्तिकरण को समर्पित किए गए हैं, साथ ही काशी के घाट पर प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) को श्रद्धांजलि भी अर्पित की जाएगी.
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देव दीपावली की प्राचीन मान्यता

आपको बता दे कि देव दीपावली(Dev Deepawali) के पीछे एक पौराणिक कथा है, जिसके अनुसार त्रिपुरासुर के अत्याचार से देवताओं को जब मुक्ति मिली, तब उन्होंने भगवान शिव की नगरी काशी में आकर दीप प्रज्वलित किए थे. इसी पावन अवसर की स्मृति में देव दीपावली का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है. इस बार कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) की तिथि 15 नवंबर को पड़ रही है, इसलिए इसी दिन काशी की देव दीपावली मनाई जाएगी. इस अवसर पर गंगा के सभी घाटों को दीयों से सजाकर एक अद्वितीय आध्यात्मिक दृश्य प्रस्तुत किया जाएगा.
अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर विशेष झांकी

इस वर्ष की देव दीपावली (Dev Deepawali) में एक विशेष आकर्षण अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती को समर्पित झांकी है. काशी के घाटों पर अहिल्याबाई होल्कर (Ahilyabai Holkar) से जुड़ी झांकियां प्रस्तुत की जाएंगी, जो काशी की सांस्कृतिक धरोहर को संजोने के लिए उनके महत्वपूर्ण योगदान को प्रदर्शित करेंगी। अहिल्याबाई होल्कर काशी की धरोहर को संजोने में अग्रणी मानी जाती हैं, और इस अवसर पर उनकी स्मृति को जीवंत करने के लिए यह आयोजन किया जा रहा है.
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रतन टाटा को दी जाएगी श्रद्धांजलि

काशी के घाटों पर इस देव दीपावली (Dev Deepawali) पर दीयों के माध्यम से रतन टाटा को भी श्रद्धांजलि दी जाएगी। इस महान उद्योगपति के योगदान और समाज के प्रति उनकी सेवाओं को श्रद्धांजलि के रूप में दीप जलाकर सम्मानित किया जाएगा, जो उनके प्रति एक सच्ची श्रद्धा का प्रतीक होगा।
गंगा महोत्सव की धूम

देव दीपावली (Dev Deepawali) से पूर्व, 12 से 14 नवंबर तक वाराणसी के अस्सी घाट पर गंगा महोत्सव का आयोजन किया गया है. इस महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है, जिनमें विभिन्न नृत्य, संगीत और कला प्रदर्शन शामिल हैं. हर शाम अस्सी घाट से लेकर तुलसी घाट तक लाखों लोग इस महोत्सव का आनंद ले रहे हैं, और विभिन्न कार्यक्रमों के प्रति लोगों में उत्साह देखा जा रहा है.
लाखों की भीड़ और तैयारियां

इस भव्य आयोजन के मद्देनजर, काशी में इस बार 10 लाख से अधिक लोगों के पहुंचने की संभावना है. घाटों पर दीयों की सजावट, झांकियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारियों के लिए गंगा तटवर्ती क्षेत्र की समितियां और जिला प्रशासन ने सभी इंतजाम पूरे कर लिए हैं. नाव से लेकर होटलों तक की बुकिंग लगभग पूरी हो चुकी है, जिससे काशी में उत्सव का माहौल बन चुका है. काशी की देव दीपावली (Dev Deepawali) का यह आयोजन श्रद्धालुओं और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. इस बार के आयोजन को विशेष रूप से झांकियों, श्रद्धांजलियों और लाखों दीयों के प्रकाश से और भी अद्वितीय बनाया गया है.