Delhi: देश की राजधानी दिल्ली में जूनियर छात्र की सीनियर छात्रों द्वारा पिटाई के बाद मौत के मामले में केजरीवाल सरकार ने कड़ा एक्शन लेने की ठान ली है.दिल्ली के शास्त्री नगर में एक सरकारी स्कूल में 12 साल के बच्चे की सीनियर छात्रों ने इस कदर पिटाई कर दी कि,उसकी मौत हो गई.अब इस मामले पर दिल्ली सरकार ने सख्त रवैया अपनाते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं.सरकार ने समिति को दो दिन के अंदर घटना की रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है.मामले की गहन जांच के लिए स्कूल प्रशासन को औपचारिक रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है।
read more: Bigg Boss 17 में इन contestants के बीच कांटे की टक्कर,वोटिंग ट्रेंड अपडेट आई सामने
पीड़ित परिवार का स्कूल पर आरोप
पीड़ित परिवार का कहना है कि,घटना स्कूल के अंदर हुई है लेकिन दिल्ली सरकार के मुताबिक घटना स्कूल परिसर के बाहर हुई थी.घटना उत्तरी दिल्ली के शास्त्री नगर इलाके के एक सरकारी स्कूल की है.ये वारदात 11 जनवरी को हुई थी जिसके बाद 20 जनवरी को छात्र ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था.मंगलवार को छात्र का पोस्टमार्टम किया गया है।
सीनियर छात्रों की पिटाई से हुई मौत
छात्र के परिवारवालों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.परिजनों का दावा है कि,बच्चे की मौत स्कूल में सीनियर छात्रों की पिटाई की वजह से हुई है.बच्चे के पिता का कहना है कि,11 जनवरी को जब छठी कक्षा में पढ़ने वाला मेरा बेटा सरकारी स्कूल से घर लौटा तो वो लंगड़ा रहा था और उसे बहुत दर्द हो रहा था। मैंने उससे पूछा लेकिन उसने शुरुआत में कुछ नहीं बताया।मृतक छात्र के पिता के मुताबिक बच्चे को अस्पताल ले जाया गया जहां उसे कुछ दवाएं दी गईं और कुछ दिनों तक आराम करने को कहा गया लेकिन बाद में उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसने खाना-पीना छोड़ दिया। तबीयत ज्यादा बिगड़ने के बाद घरवाले उसे रोहिणी में एक अन्य अस्पताल ले गए जहां 20 जनवरी को उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने कानूनी कार्रवाई का दिया भरोसा
वहीं मृतक छात्र के दादा का कहना है कि,मेरे पोते का सपना फाइटर पायलट बनने का था लेकिन हमारे सारे सपने अब टूट गए हैं.हमको उसका शव मंगलवार शाम को पोस्टमार्टम के बाद मिला और दाह संस्कार के बाद अपने घर लौटे.छात्र के दादा ने आगे बताया कि,पिता सहित परिवार के और भी सदस्य 3 से अधिक बार स्कूल जा चुके हैं और स्कूल के प्रधानाचार्य ने उन्हें मामले में कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है. उन्होंने इस मामले पर आगे कहा,हम अपने बच्चों को अच्छा इंसान बनने के लिए स्कूल भेजते हैं. हमारे बच्चे की देखरेख करना स्कूल के शिक्षकों और प्रधानाचार्य की जिम्मेदारी थी।इस पूरे मामले पर पुलिस का कहना है कि,हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं.रिपोर्ट के निष्कर्षों के आधार पर हम आगे की कानूनी कार्रवाई करेंगे.
read more: जानें घर बैठे किस तरह से Voter ID Card में करें करेक्शन ?