Maharashtra: महाराष्ट्र (Maharashtra) के सिंधुदुर्ग में 3 दिनों पहले शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने के मामले ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को जमकर घेर रही है जिसके कारण महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से लेकर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी माफी मांगनी पड़ी है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के पालघर में जनता को संबोधित करते हुए कहा,मैं छत्रपति शिवाजी महाराज के श्रीचरणों में गिरकर उनसे माफी मांगता हूं।पीएम मोदी ने कहा,छत्रपति शिवाजी महाराज केवल राजा नहीं बल्कि वो हमारे आराध्य देव भी हैं मैं उनके चरणों में बार-बार नमन करता हूं।
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पीएम नरेंद्र मोदी ने मूर्ति महाराष्ट्र की जनता से मांगी माफी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि,छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर हम विकसित महाराष्ट्र-विकसित भारत के संकल्प पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं आज पालघर में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास इसी दिशा में एक ऐतिहासिक प्रयास के रुप में हमेशा याद रखा जाएगा।आपको बता दें कि,महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज की इतनी अधिक महत्ता है जिसके कारण पीएम मोदी को महाराष्ट्र की धरा पर महाराष्ट्र के लोगों से शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने की वजह से माफी मांगनी पड़ी है।
छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने के मामले ने पकड़ा तूल
शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने की वजह से विपक्ष सरकार को घेरने का ये मौका अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहती है विपक्ष ने मौके पर चौका लगाते हुए इस मामले को अब राजनीतिक रंग देने की कोशिश शुरु कर दी है।शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने के मामले पर दो तरह से सरकार को घेरने की तैयारी है पहली तो शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने से विपक्ष इसको उनके अपमान से जोड़ रहा है क्योंकि महाराष्ट्र की जनता के लिए शिवाजी महाराज की बहुत महत्ता है और दूसरा विपक्ष इसको भ्रष्टाचार से जोड़कर भी देख रही है विपक्ष का कहना है कि,सरकार ने मूर्ति तैयार करवाने में धांधली की जिसके वजह से कम समय में ही मूर्ति गिर गई।
विपक्ष ने मूर्ति गिरने को भ्रष्टाचार से जोड़ा
छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने के मामले पर कांग्रेस सांसद शशि थरुर ने सरकार को घेरते हुए कहा,हमारे देश में बहुत सारी योजनाएं आ चुकी हैं जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री ने खुद किया लेकिन उनमें से कई खराब हो गईं,कुछ ढह गई…छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा का इतनी जल्दी गिरना उनका अनादर दिखाता है।इस कारण जनता का जीवन भी हमेशा खतरे में है कोई जवाबदेही होनी चाहिए केवल भाषण देने से या राजनीति करने से कोई फर्क नहीं पड़ता है हम हमारे देश में अच्छा काम देखना चाहते हैं।
कांग्रेस नेता दानिश अली ने कहा,प्रधानमंत्री बहुत अच्छा अभिनय कर लेते हैं हमें याद है जब नोटबंदी हुई थी तो उस समय भी पीएम ने आंसू बहाए थे, किसानों के खिलाफ तीन काले कानून लाने के बाद भी माफी मांगी लेकिन हुआ क्या?छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति को गिरते हुए सभी ने देखा है पंडित जवाहर लाल नेहरू के समय से जो मूर्तियां लगी हुई हैं उनमें से कोई नहीं गिरी कांग्रेस की सरकार में विकास करते हुए नीयत साफ थी।
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