Heat Wave Alert:उत्तर भारत में इन दिनों तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है और इसके साथ ही हीट वेव (लू) का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। खासतौर पर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद समेत 25 जिलों को “अतिसंवेदनशील” घोषित किया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने हीट स्ट्रोक और गर्मी से जुड़ी बीमारियों को देखते हुए सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है।हीट वेव वह स्थिति होती है जब क्षेत्र विशेष में लगातार कुछ दिनों तक तापमान सामान्य से कहीं अधिक रहता है। यह विशेष रूप से 40°C से ऊपर के तापमान पर खतरनाक साबित होती है, और बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं के लिए जानलेवा भी हो सकती है।
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कितना खतरनाक है हीट वेव?
- पिछले वर्ष यूपी में हीट स्ट्रोक के 656 मामले सामने आए थे और 21 मौतें रिकॉर्ड की गई थीं।
- इस बार प्रशासन पहले से ही सतर्क है और कोल्ड रूम तैयार किए जा रहे हैं, बजट भी जारी कर दिया गया है।
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हीट वेव के लिए अतिसंवेदनशील घोषित यूपी के जिले:
- गाजियाबाद
- लखनऊ
- प्रयागराज
- वाराणसी
- कानपुर
- झांसी
- आगरा
- नोएडा
- मेरठ
- बरेली
हीट वेव से कैसे बचें? अपनाएं ये जरूरी उपाय
बचाव के उपाय
- दिन में बार-बार पानी पिएं, डिहाइड्रेशन से बचें।
- दोपहर 12 से 4 बजे तक घर के बाहर न निकलें।
- हल्के, सूती और ढीले कपड़े पहनें।
- धूप में निकलते समय छाता, टोपी या गमछा जरूर साथ रखें।
- बाहर का तला-भुना और बासी खाना बिल्कुल न खाएं।
- रोज़ाना संतुलित और पौष्टिक आहार लें।
- छाछ, नींबू पानी, नारियल पानी जैसी तरल चीजों का सेवन करें।
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बच्चों और बुजुर्गों के लिए खास सावधानियां
- बच्चों को स्कूल से लौटने के बाद तुरंत ठंडा पानी न दें।
- बुजुर्गों को अधिक समय तक गर्म जगहों पर रहने से रोकें।
- दिन में बार-बार आराम करने की सलाह दें।
स्वास्थ्य विभाग की तैयारी और हेल्पलाइन
स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है। OPD में लू से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। किसी भी आपात स्थिति में तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या नीचे दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें:
हेल्पलाइन नंबर: 102 / 108 / 112