रायबरेली संवाददाता- बलवंत सिंह
जिला अस्पताल में तैनात सरकारी डॉक्टर ने प्राइवेट नर्सिंग होम ले जाकर मोटी रकम लेने के बाद भी मासूम बच्चे का किया गलत इलाज बच्चे की मां ने जिलाधिकारी को सौंपा शिकायत की पत्र जिला अधिकारी ने दिए जांच के आदेश मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत जोशियाना पुल मुरइया टोला का है। जहां की रहने वाली चांदनी के बेटे आजाद उम्र 12 वर्ष के कान में दर्द होने के कारण उसको दिखाने के लिए 16 जुलाई 2023 को जिला अस्पताल गई हुई थी। अस्पताल में पर्चा बनवाने के बाद नाक कान गला के विशेषज्ञ डॉक्टर शिवकुमार को अपने बच्चे को दिखाया डॉक्टर ने देखने के बाद कहा कि बच्चे के कान का पर्दा फट गया है और इसका ऑपरेशन करना पड़ेगा। जो जिला अस्पताल में संभव नहीं है।
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सरकारी डॉक्टर ने कान का ऑपरेशन किया
ऐसा करो बच्चे को लेकर कल मेरे नर्सिंग होम गंगाराम निकट हाथी पार्क चली आना प्रार्थनी चांदनी अपने 12 वर्षीय बेटे को लेकर दूसरे दिन गंगाराम अस्पताल पहुंची। जिला अस्पताल में तैनात सरकारी डॉक्टर शिवकुमार ने बच्चे को अपने प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती कर लिया और जांच व ऑपरेशन के पैसे जमा करने के लिए कहा प्रार्थनी ने ऑपरेशन की फीस ₹35000 रूपए जमा कर दिए और 5 दिन भर्ती करने के बाद 23 जुलाई 2023 को डॉक्टर ने बच्चे के कान का ऑपरेशन किया इसके बाद दवा जांच और बेड चार्ज के नाम पर ₹40000 हजार रुपए लिए कुल मिलाकर इलाज में 75000 का बिल बनाया, इसके बाद बच्चे को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया।
बच्चे को कोई आराम नहीं मिला
लेकिन बच्चे को कोई आराम नहीं मिला और उसके कान में बराबर दर्द होता रहा। दोबारा जब मां अपने बेटे को लेकर डॉक्टर शिव कुमार के पास पहुंची, तो डॉक्टर ने कहा कि और पैसे की व्यवस्था करो दोबारा ऑपरेशन करना पड़ेगा। प्रार्थनी ने डॉ शिवकुमार से कहा कि वह बहुत गरीब परिवार से है और किसी तरह से अपने जीवन का गुजर बसर करती है। अब और पैसे मेरे पास नहीं है। इसके बाद डॉक्टर ने उसे अपने नर्सिंग होम से भगा दिया। जिसके बाद मां अपने मासूम बच्चे को लेकर जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचकर अपने साथ हुई इलाज इलाज के नाम पर लूट की पूरी कहानी रो रो कर जिला अधिकारी को सुनाई। जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लेते हुए सीएमओ व सिटी मजिस्ट्रेट को जांच के आदेश दिए।