Gemini: पिछले कुछ समय से देश और दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई की जमकर चर्चा हो रही है. अमेरिकी कंपनी OpenAI ने चैटबॉट सर्विस ChapGPT को लॉन्च कर के लोगों का काम काफी हद तक बहुत आसान कर दिया है. इस नए तरीके के इंटरनेट सर्च सर्विस का बहुत ही ज्यादा इस्तेमाल होने लगा. फिर इसकी देखा देखी में गूगल ने भी एआई टेक्नोलॉजी वाली चैटबॉट सर्विस Gemini AI को पेश किया, लेकिन इसके कुछ फीचर्स विवादों के घेरे में आ गए है.
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गूगल ने मानी अपनी गलती
विवादों के घेरे में आने के बाद गूगल ने जेमिनी की टेक्स्ट से इमेज बनाने वाले नए फीचर्स के बारे में जानकारी देते हुए अपने आधिकारिक एक्स (पुराना नाम ट्विटर) पर जानकारी दी कि, “हम इस तरह की तस्वीरों को तुरंत सुधारने का काम कर रहे हैं. जेमिनी की एआई इमेज जेनरेशन लोगों की एक विस्तृत रेंज उत्पन्न करती है, और यह आम तौर पर एक अच्छी बात है क्योंकि दुनिया भर के लोग इसका उपयोग करते हैं. लेकिन यहां इसमें इसका मार्क मिसिंग है.”
मस्क ने गूगल पर कसा तंज
दरअसल, Gemini AI पर द्वितीय विश्व युद्ध के सैनिकों और अमेरिका के संस्थापकों की कुछ ऐतिहासिक रूप से गलत तस्वीर बनाई है. इसके लिए मस्क ने इसे ‘बहुत सतर्क’ कहते हुए तंज कसा है.मस्क ने अपने सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए Google को ‘पागल’ और ‘सभ्यता विरोधी’ कहा, और दावा किया कि कंपनी ने जेमिनी की एआई की इमेज-प्रोडक्शन साथ जल्दीबाजी कर दी है.
छवि-जनरेशन क्षमताओं को रोक दिया
कंपनी ने इन विवादों के बीच अपने जेमिनी एआई चैटबॉट की छवि-जनरेशन क्षमताओं को रोक दिया है. इसके साथ ही स्वीकार किया कि जेमिनी ने “कुछ ऐतिहासिक चित्रणों में गलतियां की हैं और जल्द ही फीचर का एक बेहतर वर्जन जारी किया जाएगा. जेमिनी की टेक्स्ट-टू-इमेज को लेकर Google ने लिखा कि हम इस प्रकार के चित्रणों को तुरंत सुधारने के लिए काम कर रहे हैं.जेमिनी की एआई इमेज जनरेशन लोगों की एक विस्तृत सीरीज उत्पन्न करती है और यह आम तौर पर एक अच्छी बात है क्योंकि दुनिया भर के लोग इसका उपयोग करते हैं.
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