लखनऊ संवाददाता- MOHD KALEEM
लखनऊ: बंथरा के अमावा जंगल में सोमवार को दिनदहाड़े एक युवती की चार युवकों ने मिलकर हत्या कर दी। युवती की चीखपुकार सुनकर ग्रामीणों ने सभी को दौड़ा लिया। ग्रामीणों ने मौके से एक युवक को पकड़कर जमकर पीटा और पुलिस को सौंप दिया।
पुलिस देर रात तक आरोपी से घटना के पीछे के कारणों और उसके साथियों के विषय में जानकारी जुटाती रही। युवती के भाई की तहरीर पर चार आरोपियों के खिलाफ हत्या और अपहरण की एफआईआर दर्ज की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हत्या की वजह की सही वजह स्पष्ट हो सकेगी।
साथियों के साथ मिलकर बहन की हत्या की…
सरोजनीनगर के गहरू निवासी रवि के मुताबिक उसकी बहन मोनी कश्यप (24) सोमवार सुबह 11 बजे के करीब नादरगंज नौकरी के लिए इंटरव्यू देने के लिए निकली थी। दोपहर तीन बजे के करीब उसकी हत्या की सूचना मिली। लोगों का कहना है, कि अमावा के जंगल में उसकी चीखें सुन कुछ लोग बचाने के लिए गए। तो वहां चार लोग ई-रिक्शा लेकर भाग रहे थे। जिसमें से भीड़ने ने एक युवक को पकड़ लिया। कहा जा रहा है, कि उसने साथियों के साथ मिलकर बहन की हत्या की।
पुलिस ने युवती के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा…
डीसीपी साउथ विनीत जायसवाल के मुताबिक मौके से पकड़े गए युवक की पहचान बंथरा के रामदासपुर गांव निवासी रूप प्रकाश यादव उर्फ छोटू के रूप में हुई है। उससे पूछताछ कर घटना से जुड़ी जानकारी एकत्र की जा रही हैं। दूसरी तरफ पुलिस ने युवती के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। अभी तक हत्या की वजह गलाघोट कर मारने की ही प्रतीत हो रही है। वहीं रेप जैसे साक्ष्य नहीं आए हैं। मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम के बाद हत्या की वजह स्पष्ट हो सकेगी।
आरोपी बार-बार बयान बदल रहा…
मृतका के भाई रवि की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी रिक्शा चालक रूप प्रकाश पर नामजद और तीन अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। पूछताछ में आरोपी बार-बार बयान बदल रहा है। ग्रामीणों ने उसको अकेले ही देखा है। जबकि उसका कहना है कि वह बंथरा के मवई इलाके से युवती को सवारी के तौर पर बैठाया था। उसने अमावा तक छोड़ने की बात कही थी। वहां पर उसको छोड़ दिया। कोई और तीन लोग उसको मारकर चले गए। हम तो चीख सुनकर उसकी मदद के लिए पंहुचे थे। पुलिस के मुताबिक आरोपी रूप प्रकाश 2017 में 9 साल के बच्चे के साथ कुकर्म के बाद हत्या मामले में जेल जा चुका है।
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तब वह नाबालिग था। साढ़े तीन साल बाद जमानत पर छूटा है। जिससे आरोपी के गलत नियत से युवती को जंगल में ले जाने से भी इंकार नहीं किया जा सकता। जहां विरोध पर उसने उसको मार दिया। इसमें उसके साथी शामिल थे या नहीं इसकी जांच की जा रही है। पिछली बार भी पकड़ने जाने पर बयान बदलता रहा था और पूछताछ में अपने ही पिता का नाम ले लिया था।