Pahalgam Terror Attack Missile Test: आईएनएस सूरत ने अरब सागर में मिसाइल परीक्षण कर समुद्री लक्ष्य को सटीकता से मार गिराया। यह आत्मनिर्भर भारत की रक्षा ताकत की बड़ी उपलब्धि है।भारतीय नौसेना के नए स्वदेशी युद्धपोत आईएनएस सूरत ने अरब सागर में एक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। इस दौरान एक तेज़ उड़ते हुए लक्ष्य को सटीकता से निशाना बनाकर गिराया। यह परीक्षण देश की रक्षा ताकत को और मजबूत बनाने की दिशा में एक अहम उपलब्धि है।
Read More: Shimla Agreement 1972: सिंधु संधि पर भारत का एक्शन, अब पाकिस्तान की चाल! जानिए क्या शिमला समझौता…
भारतीय नौसेना का सफल मिसाइल परीक्षण

इस सफल परीक्षण ने भारत की स्वदेशी युद्धपोत डिज़ाइन, विकास और संचालन क्षमताओं को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित किया है। यह सफलता भारत की ‘आत्मनिर्भर भारत’ की सोच को भी आगे बढ़ाती है, जहां हम अपनी ज़रूरत की रक्षा तकनीकें खुद बना रहे हैं।भारतीय नौसेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि यह परीक्षण एक समुद्री लक्ष्य पर सटीक और संयुक्त हमला था, जो रक्षा क्षमताओं को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाला कदम है। यह पल ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लिए गर्व का विषय है।
आत्मनिर्भर भारत के तहत 75% स्वदेशी तकनीकों का उपयोग
आईएनएस सूरत नौसेना के उस खास प्रोजेक्ट 15-बी का हिस्सा है, जिसके तहत चार आधुनिक युद्धपोत बनाए जा रहे हैं। यह चौथा और आखिरी पोत है जिसे इस साल जनवरी में नौसेना में शामिल किया गया। इसका डिज़ाइन भारतीय नौसेना ने खुद तैयार किया और इसे मुंबई के मझगांव डॉक शिपयार्ड में बनाया गया।इस युद्धपोत में लगभग 75% स्वदेशी तकनीक का उपयोग किया गया है। यह पोत अत्याधुनिक हथियार-सेंसर प्रणाली और नेटवर्क-केंद्रित क्षमताओं से लैस है, जिससे यह विश्व के सर्वाधिक उन्नत विध्वंसक पोतों में गिना जाता है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सैन्य कार्रवाई हुई तेज
यह परीक्षण उस समय हुआ है जब भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव बना हुआ है। मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मृत्यु हुई, ऐसे में यह सैन्य सफलता सामरिक दृष्टिकोण से और भी अधिक महत्त्वपूर्ण हो जाती है।यह उपलब्धि दिखाती है कि भारतीय नौसेना देश की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार है और अपनी ताकत लगातार बढ़ा रही है। यह भारत की आत्मनिर्भरता और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है।