G-20 Summit : G-20 Summit की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और विदेशी मेहमान दिल्ली आ रहे हैं।बता दे कि भारत G-20 Summit की मेज़बानी करने जा रहा है,दिल्ली मेहमान नवाजी के लिए सज कर तैयार है। वहीं विदेशी मेहमान अब भारत की धरती पर कदम रख रहे है। बता दे कि सरकार इस बैठक के जरिए दुनिया को ये संदेश देने की कोशिश कर रही है कि भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। वहीं इस सम्मेलन के माध्यम से भारत सरकार सभी देशों को अपने डिजिटल तरक्की का संदेश देना चाहती है। इसके लिए सरकार ने नाया योजना बनाई है।
सम्मेलन में UPI की धूम
सूत्रो के मुताबिक,G-20 Summit में भाग लेने आए सभी मेहमानों को ₹1000 देने जा रही है। वहीं इसके बदले में मेहमानों को यूपीआई के जरिए खरीदारी करनी होगी। बता दे कि G-20 Summit के मेहमानों को डिजिटल इंडिया के बारे में सभी जानकारी दी जाएगी।वहीं G-20 Summit में UPI की धूम देखने को मिल सकती है।
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UPI Wallet भी बनाया गया
वहींG-20 Summit में भाग लेने के लिए तक़रीबन 1000 विदेशी मेहमानों के आने का अनुमान लगाया गया है। बता दे कि इस सम्मेलन में सभी मेहमान को UPI के बारे में बताने के लिए भारत सरकार ने एक नायाब योजना बनाई है। सभी मेहमानों को 1000 रुपए UPI के माध्यम से ट्रांसफर किए जाएंगे, जिसका इस्तेमाल उन्हें सम्मेलन स्थल पर लगे छोटे-छोटे स्टॉल्स से खरीदारी करनी होगी। इसके अलावा सरकार ने सभी मेहमानों के लिए 10 लाख रुपए का प्रतिबंध किया है और सभी मेहमानों के लिए UPI Wallet भी बनाया गया है।
UPI की होगी ब्रांडिंग
मेहमान इन पैसों का यूपीआई (UPI)के माध्यम से छोटे-छोटे स्टॉल्स से वस्तुओं को खरीदने में इस्तेमाल करेंगे। वहीं इस तरीके से UPI की ब्रांडिंग भी हो जाएगी और भारतीय संस्कृति के बारे में विदेशी मेहमान जान पाएंगे। बता दे कि विदेशी मेहमानों को ये भी जानकारी हो पाएगा कि डिजिटल लेनदेन में भारत बहुत तरक्की कर चुका है।
इस साल किया गया था UPI को लॉन्च
UPI को अगस्त 2016 में लॉन्च किया गया और लोग इसका प्रयोग धीरे धीरे करने लगे उस समय भारत में UPI का यूज बहुत कम करते थे क्योंकि तब लोगो को इसके प्रयोग के बारे में उतना नहीं आता था। बता दे कि UPI ने एक महीने में 10 बिलियन लेनदेन को पार करके एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। वहीं अगस्त में यूपीआई लेनदेन की कुल संख्या 10.58 बिलियन के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई।