- टीम ने जांच के लिए तीन से लिए खोये के नमूने
लखनऊ। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की टीम ने बुधवार को ठाकुरगंज खोया मंडी में छापा मारा। टीम को देखते ही वहां भगदड़ मच गई। खोया बेच रहे कई कारोबारी पकड़े जाने के डर से अपनी टोकरियां जस की तस छोड़कर भागने लगे। टीम ने उनमें से तीन को रोक कर खोये के नमूने लिए।
एफएसडीए के खाद्य सुरक्षा अधकारियों ने कारोबारियों को बताया कि यदि खोया शुद्ध है तो घबराने की कोई आवश्यकता नहीं। टीम यहां सिर्फ नमूने लेने के लिए आई है। इसके अलावा एफएसडीए के अधिकारियों ने राजा खोया मंडी चारबाग और खोया मंडी कुर्सी रोड पर भी छापेमारी कर नमूने लिए है।
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नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा
सहायक आयुक्त डॉ शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। बुधवार को टीम ने कानपुर रोड योजना, बिजनौर रोड, पुरनिया, कृष्णा नगर, गोमती नगर, कैम्पवेल रोड, फैजुल्लागंज, अमीनाबाद और कुर्सी रोड पर छापेमारी की। इस दौरान बूंदी लड्डु बेसन लड्डु, छेना मिठाई, पनीर, खोया, सोन पापड़ी, नमकीन, मिल्क केक आदि के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे हैं। सहायक आयुक्त ने बताया कि कुल 24 नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं। रक्षाबंधन पर मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री न हो इसके लिए यह सघन अभियान चलाया जा रहा है।
क्वीनमेरी में लेबर रूम के बाहर प्रसव
लखनऊ। केजीएमयू के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग (क्वीनमेरी) में मंगलवार देर रात लेबर रूम के बाहर प्रसव हो गया। आनन-फानन में प्रसूता व शिशु को वार्ड में भर्ती कराया गया। आरोप है कि डॉक्टरों ने समय पर इलाज मुहैया नहीं कराया। इसकी वजह से गैलरी में प्रसव हुआ।
हीमोग्लोबिन चार ग्राम बताया
लखीमपुर के मूसेपुर निवासी गर्भवती शांति को मंगलवार को पेट में दर्द के बाद परिवारीजन स्थानीय अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने जांच के बाद गर्भवती की हालत गंभीर बताई और क्वीनमेरी लाने की सलाह दी। परिवारीजन रात करीब एक बजे उनको लेकर क्वीनमेरी पहुंचे। इमरजेंसी में डॉक्टरों ने गर्भवती को देखा। खून व दूसरी जांच की। उनका हीमोग्लोबिन चार ग्राम बताया। दो यूनिट खून का इंतजाम करने के लिए कहा। इसके बाद डॉक्टरों ने शांति को लेबर रूम जाने के लिए कहा, तभी गैलरी में प्रसव हो गया। उस वक्त गर्भवती की मां दवा लेने बाहर गई थीं।
पत्नी को समय पर इलाज मुहैया नहीं कराया
डॉक्टरों का कहना है कि प्रसूता के गुर्दों में गंभीर संक्रमण है। समय से पहले प्रसव हो गया है। शिशु का वजन करीब एक किलोग्राम है। पति अजय का आरोप है कि डॉक्टरों ने पत्नी को समय पर इलाज मुहैया नहीं कराया। इसकी वजह से गैलरी में प्रसव हुआ।