Jammu&Kashmir:पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद की ओर से जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को लेकर दिए एक बयान पर फारूक अब्दुल्ला ने पलटवार करते हुए अपना जवाब दिया है.गुलाम नबी आजाद ने फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला को लेकर दावा किया था कि,वे पीएम मोदी के साथ सीक्रेट मीटिंग करते हैं।गुलाम नबी आजादी के इसी बयान पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा है,जब मैं ऐसे बयान सुनता हूं तो मुझे हैरानी होती है.अगर मुझे प्रधानमंत्री मोदी या अमित शाह से मिलना है तो मैं दिन में मिलूंगा,रात में क्यों मिलूंगा?
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फारूक अब्दुल्ला का गुलाम नबी पर पलटवार
फारूक अब्दुल्ला ने कहा,मैं आजाद साहब की इज्जत जरूर करता हूं लेकिन मुझे हैरानी होती है.मैं किस डर से पीएम से रात में मिलूं,अफसोस इस बात का है कि,वो जोर-जोर से ये कह रहे हैं.क्या वजह है कि,हर जगह फारूक अबदुल्ला को बदमान किया जा रहा है और घसीटा जा रहा है.उन्हें ये याद रखना चाहिए कि,जब कोई नहीं चाहता था कि उन्हें राज्यसभा की सीट मिले तब वो मैं ही था जिसने उन्हें राज्यसभा की सीट दी थी।
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गुलाम नबी आजाद ने बयान पर दी सफाई
हालांकि गुलाम नबी आजाद ने दिए बयान पर अपना स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा है कि,मैंने कभी ये दावा नहीं किया कि,फारूक अब्दुल्ला पीएम मोदी से मिले थे.मैंने कहा था कि,दिल्ली में सूत्रों के जरिए पता चला है कि,वो केंद्रीय नेतृत्व से मिलने की कोशिश करते हैं, वह भी सिर्फ रात में.मैंने कभी नहीं कहा कि वो उनसे मिले या उन्हें उनकी ओर से अपॉइंटमेंट मिला।
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“फारूक अब्दुल्ला को आर्टिकल 370 हटाने की थी जानकारी”
आपको बता दें कि,गुलाम नबी आजाद ने फारूक अब्दुल्ला को लेकर ये भी कहा था कि,दिल्ली में ऐसी चर्चाएं थी कि,आर्टिकल 370 को जम्मू से हटाने के मुद्दे पर अब्दुल्ला परिवार से बात की गई थी.ये उनका परिवार ही था जिन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को जम्मू-कश्मीर में नेताओं को नजरबंद करने का सुझाव दिया था।आगे उन्होंने बताया कि,नेशनल कॉन्फ्रेंस का बहुत मन था कि,जम्मू-कश्मीर मे भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली जाए लेकिन इस पर सदन में मैंने पीएम मोदी को बताया था कि,वो घाटी में किसी तरह के राजनीतिक प्रयोग करने से बचें।