Jaishankar meets Russian Foreign Minister : विदेश मंत्री एस जयशंकर सोमवार को रूस की पांच दिवसीय यात्रा पर मास्को पहुंच गए , इसके साथ ही जयशंकर ने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात की है । ये सम्मेलन हर साल आयोजित किया जाता है। वहीं इस शिखर सम्मेलन में दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्ष मिलते हैं लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार दूसरे साल भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए रूस नहीं जा सके जिस वजह से विदेश मंत्री एस जयशंकर को मास्को जाना पड़ा। इस दौरान दोनों के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की गई, जिसके बाद जयशंकर ने रूस में एक कार्यक्रम को संबोधन किया इस दौरान उन्होनें कहा कि भूराजनीति और रणनीतिक रूप से एक दूसरे पर निर्भरता की वजह से भारत और रूस के संबंध हमेशा मजबूत बने रहेंगे।
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एक वर्ष में हम तकरीबन छह बार मुलाकात कर चुके..
बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि – ( भारत और रूस के रिश्ते काफी मजबूत, स्थिर हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हम दोनों देश विशेष रणनीतिक साझेदारी पर खरे उतरे हैं। एक वर्ष में हम तकरीबन छह बार मुलाकात कर चुके हैं और मेरी और मेरे समकक्ष लावरोव की यह सातवीं मुलाकात हैं। दोनों देशों के शीर्ष नेतृत्व लगातार एक-दूसरे के सम्पर्क में हैं। )
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हमारे रिश्ते हमेशा मजबूत और स्थिर रहे- जयशंकर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने संबोधन में आगे कहा कि- ( जनवरी में होने वाले वाइब्रेंट गुजरात बैठक में एक मजबूत रूसी भागीदारी की हमें उम्मीद हैं। हम कई क्षेत्रों के अपने द्विपक्षीय सहयोग पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इस दौरान जयशंकर ने कहा कि मॉस्को में रहना हमेशा से सुखद रहा है। साथ ही मैं आपसे सहमत हूं कि हमारे रिश्ते हमेशा मजबूत और स्थिर रहे हैं।
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इन मुद्दों पर हुई चर्चा..
वहीं रूस के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि – ( रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने मॉस्को में अपने समकक्ष भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर का स्वागत किया, जिसके बाद दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच द्विपक्षीय वार्ता शुरु हुई। रूस द्वारा साझा पोस्ट के मुताबिक, दो महान देशों के बीच होने वाली बैठक में दुनिया में बदलती परिस्थितियों और मांगों पर चर्चा की जाएगी, साथ ही अंतरराष्ट्रीय रणनीतिक स्थिति, संघर्ष और तनाव पर चर्चा करेंगे।