भारतीय जनता पार्टी 22 जनवरी को होने जा रहे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को बेहद भव्य रुप देने जा रही है.इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा की ओर से प्रधानमंत्री मोदी के बार-बार मंदिर जाने पर सवाल उठाया गया है…सैम पित्रोदा ने सवाल किया है असली मुद्दा राम मंदिर है या फिर बेरोजगारी और महंगाई का मुझे किसी धर्म से कोई समस्या नहीं है कभी-कभार मंदिर जाना ठीक है लेकिन आप उसे मुख्य मंच नहीं बना सकते।
‘10 सालों में पीएम ने नहीं की कोई प्रेस कांफ्रेंस’
कांग्रेस नेता ने कहा कि,आज देश की राजनीति में राम मंदिर और दीये जलाना राष्ट्रीय मुद्दा है ये मुझे चिंतित करता है…उन्होंने कहा कि,अपने धर्म का पालन करना चाहिए लेकिन धर्म को राजनीति से अलग रखना चाहिए.मैं देख रहा हूं कि,आज लोकतंत्र कमजोर हो गया है,एक देश का पीएम 10 साल तक कोई प्रेस कांफ्रेंस नहीं करता ये बात मुझे परेशान करती है….उन्होंने कहा,प्रधानमंत्री मंदिर में ज्यादा समय दे रहे हैं ये मुझे परेशान करता है.40 फीसदी लोग बीजेपी को वोट देते हैं 60 फीसदी लोग बीजेपी को वोट नहीं देते हैं देश के प्रधानमंत्री को मंदिरों के अलावा,रोजगार,महंगाई,विज्ञान प्रौद्योगिकी के बारे में बात करना होगा उन्हें ये तय करना होगा कि,देश में असली मुद्दे क्या हैं क्या राम मंदिर या बेरोजगारी? राममंदिर या महंगाई?राम मंदिर या दिल्ली में वायु प्रदूषण?।
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‘कोई भी भारत का अपमान नहीं कर सकता’
राहुल गांधी द्वारा बार-बार विदेश की धरती पर देश के खिलाफ दिए गए बयानों पर सैम पित्रोदा ने बताया कि,हम विदेश में भारत की आलोचना नहीं करते,हम भारत सरकार की आलोचना करते हैं, ये दोनों अलग-अलग चीजें हैं। भारत सरकार की आलोचना और भारत की आलोचना में लोगों को भ्रमित नहीं होना चाहिए भारत सबके लिए महत्वपूर्ण है ये एक लोकतांत्रिक देश है, हम भारत के बारे में चर्चा कर सकते हैं भारत विश्व का भाग्य तय करता है जो सबसे अधिक आबादी वाला देश है इसलिए हमें दुनिया में अपने बारे में बात करना होगा। विश्व के नेताओं से हमें मिलकर उन्हें समझाना चाहिए कि, हम कौन हैं हम क्या हैं। हम किसमें विश्वास करते है, कोई भी व्यक्ति भारत का अपमान नहीं कर सकता है। राहुल गांधी विदेश दौरे पर छात्रों,बुद्धिजीवियों,राजनेताओं और व्यापारिक नेताओं के साथ खुली बातचीत करते हैं, ये करना हमारा काम है।
साल 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर भी कांग्रेस नेता ने ईवीएम पर सवाल उठाए…उन्होंने कहा कि अगले चुनाव में ईवीएम को गंभीरता से लेना पड़ेगा। ये चुनाव देश की नियति तय करेगा मैं कांग्रेस और गठबंधन में शामिल सभी दलों के सदस्यों से इस मामले को बहुत गंभीरता से लेने का आग्रह करता हूं ये कोई साधारण मामला नहीं है इसे नजरअंदाज ने करें क्योंकि 2024 का चुनाव देश का भाग्य तय करेगा..भारत भविष्य में क्या रास्ता अपनाएगा?