Bangladesh: बांग्लादेश में भड़की हिंसा में अब तक 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे तख्तापलट की आशंका बढ़ गई है. इस बीच, प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पद से इस्तीफा दे दिया है और सुरक्षित स्थान पर चली गई हैं. माना जा रहा है कि वह फिनलैंड चली गई हैं. न्यूज एजेंसी एएफपी ने यह जानकारी दी है.
Read More: Maharashtra: राज ठाकरे ने 2 सीटों पर उम्मीदवारों का किया ऐलान..राज्य में राजनीतिक हलचल तेज
शेख हसीना का ढाका से पलायन
सूत्रों के मुताबिक, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना राजधानी ढाका छोड़कर जा चुकी हैं। ढाका में हिंसक झड़पों के बीच उन्हें सुरक्षित जगह पर ले जाया गया है। एएफपी को दिए एक बयान में शेख हसीना के करीबी सूत्र ने बताया कि शेख हसीना अपनी बहन के साथ गणभवन (प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास) से सुरक्षित जगह के लिए निकल गई हैं। उन्होंने बताया कि वे देश के नाम एक भाषण रिकॉर्ड करना चाहती थीं, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल पाया।
भयंकर प्रदर्शन और इंटरनेट बंद
बांग्लादेश में रविवार को भयंकर प्रदर्शन हुआ, जिसमें अब तक 300 लोगों के मारे जाने की खबर है। बांग्लादेश सरकार ने प्रदर्शनकारियों के आम जनता से ‘लॉन्ग मार्च टू ढाका’ में भाग लेने का आह्वान करने के बाद इंटरनेट को पूरी तरह बंद करने का आदेश दिया। इससे एक दिन पहले प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों के बीच झड़प में 300 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।
Read More: Ayodhya के जिला अस्पताल की तस्वीर पर उठाए सवाल…अखिलेश यादव ने BJP सरकार पर बोला हमला
‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ और असहयोग कार्यक्रम
रविवार की सुबह प्रदर्शनकारी ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ के बैनर तले आयोजित ‘असहयोग कार्यक्रम’ में भाग लेने पहुंचे। अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया और फिर दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई। प्रदर्शनकारी सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था के मुद्दे को लेकर हसीना का इस्तीफा मांग रहे हैं। बांग्ला भाषा के प्रमुख समाचार पत्र ‘प्रोथोम आलो’ ने बताया कि रविवार को हुई झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 300 लोगों की मौत हो गई। हिंसा के कारण प्राधिकारियों को मोबाइल इंटरनेट बंद करना पड़ा और पूरे देश में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लागू करना पड़ा।
भारत की यात्रा सलाह और अंतरिम सरकार का प्रस्ताव
भारत ने बांग्लादेश में जारी हिंसा के कारण अपने सभी नागरिकों को अगली सूचना तक पड़ोसी देश की यात्रा न करने की सलाह दी है। इस बीच, ‘यूनिवर्सिटी टीचर्स नेटवर्क’ ने तुरंत विभिन्न वर्गों और व्यवसायों के लोगों को मिलाकर एक अंतरिम सरकार बनाने का प्रस्ताव दिया है। इस प्रस्ताव के अनुसार, हसीना को अंतरिम सरकार को सत्ता सौंपनी होगी।
Read More: Hardoi हाइवे पर भीषण सड़क हादसा…4 कांवड़िये घायल,1 की मौत
छात्र प्रदर्शन और विवादास्पद आरक्षण प्रणाली
रविवार को हुई झड़पों से कुछ दिन पहले बांग्लादेश में पुलिस और मुख्य रूप से छात्र प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें देखने को मिली थीं, जिसमें 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। प्रदर्शनकारी विवादास्पद आरक्षण प्रणाली को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं, जिसके तहत 1971 में बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में हिस्सा लेने वाले लड़ाकों के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान है।
सोशल मीडिया और 4जी इंटरनेट बंद
सरकार ने सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’, ‘मैसेंजर’, ‘व्हॉट्सऐप’ और ‘इंस्टाग्राम’ को बंद करने का आदेश दिया है। मोबाइल प्रदाताओं को 4जी इंटरनेट बंद करने का आदेश दिया गया है। प्रधानमंत्री हसीना ने शनिवार को आंदोलन के समन्वयकों के साथ वार्ता की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने प्रधानमंत्री का प्रस्ताव ठुकरा दिया।
Read More: Assam में लव जिहाद के खिलाफ सख्त कानून बनाने की तैयारी….क्या बोल गए हिमंत बिस्वा सरमा?
अंतरिम सरकार बनाने की संभावना भी उठ रही
बांग्लादेश में हिंसा की आग भड़क रही है और तख्तापलट की आहट सुनाई दे रही है। प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा और ढाका छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जाना इस संकट की गंभीरता को दर्शाता है। बांग्लादेश की स्थिति को देखते हुए अंतरिम सरकार बनाने की संभावना भी उठ रही है। इस हिंसक माहौल में, बांग्लादेश को शांति और स्थिरता की सख्त जरूरत है।
Read More: Bangladesh में आंदोलन का आह्वान!हो रही हिंसक घटनाएं…हिंदुओं और मंदिरों पर हमले ..भारत में अलर्ट