विशाल तिवारी
PM Modi In Kanniyakumari: देश में सातवें और आखिरी चरण के लोकसभा चुनाव की वोटिंग एक जून को होनी है और इस चरण के मतदान प्रचार का समय भी खत्म हो गया है जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी कन्याकुमारी पहुंच गए हैं और अब यहां समंदर में बनी विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे यानी कि एक जून की शाम तक ध्यानमग्न रहेंगे.ऐसे में प्रधानमंत्री के ध्यान लगाने के क्या हैं मायने देखिए.इस खास रिपोर्ट में…
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ध्यान में लीन हुए पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी प्रचार खत्म करने के बाद अब ध्यान में लीन हो गए हैं.इस समय वे कन्याकुमारी के स्वामी विवेकानंद रॉक मेमोरियल के ध्यान मंडपम में मेडिटेट कर रहे हैं..उस मेडिटेशन का पहला वीडियो भी सामने आ गया है जिसमें पीएम की तरफ से ओमकार का जाप किया जा रहा है. उनकी आंखें बंद हैं और वे ज्ञान की मुद्रा में बैठे हुए हैं.
पीएम मोदी के लिए तैयार की गई एक खास डाइट
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 45 घंटे तक इसी तरह ध्यान में रहने वाले हैं.इन दो दिनों के लिए पीएम की एक खास डाइट भी तैयार की गई है जिसमें कोई अन्न शामिल नहीं है..जानकारी मिली है कि मेडिटेशन के दौरान पीएम मोदी सिर्फ तरल डाइट पर रहने वाले हैं. शरीर हाइड्रेट रखने के लिए वे जरूरत पड़ने पर नारियल पानी और अंगूर के जूस का सेवन करेंगे.बड़ी बात तो यह है कि प्रधानमंत्री मोदी इस ध्यान के वक्त पूरी तरह मौन व्रत धारण करे रहेंगे.
उनकी तरफ से किसी से कोई बातचीत नहीं की जाएगी. अब पीएम मोदी का ये ध्यान ज्यादा सुर्खियों में इसलिए भी बना हुआ है क्योंकि आज से ठीक 131 साल पहले इसी जगह पर स्वामी विवेकानंद ने भी कुछ इसी तरह से दो दिन तक ध्यान लगाया था.अब उसी कड़ी में, उसी अंदाज में पीएम मोदी भी ध्यान लगा रहे हैं.हालांकि बीजेपी भले ही इस पूरे कार्यक्रम को राजनीति से दूर बता रही है, लेकिन विपक्ष ने हमला करना शुरू कर दिया है.
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पीएम मोदी के ध्यान-साधना पर शुरु हुई राजनीति
प्रधानमंत्री मोदी के इस ध्यान पॉलिटिक्स पर सबसे पहले सीपीआई (एम) तमिलनाडु के सचिव के. बालाकृष्णन ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा.उस पत्र में कहा गया कि मीडिया ऐसे किसी भी प्रोग्राम का प्रसारण ना करे.पीएम मोदी अगर ध्यान लगाना चाहते हैं तो ये उनकी निजी पसंद है, इसका प्रसारण करने से ये चुनाव की बड़ी प्रचार सामग्री बन सकता है.इसी तरह कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी सवाल उठा दिए थे.
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा था कि वोटिंग से 48 घंटे पहले किसी भी तरह का प्रचार नहीं होना चाहिए, फिर चाहे वो साइलेंट हो या फिर कुछ और…हमे इस बात से दिक्कत नहीं है कि कोई क्या कर रहा है, वो मौन व्रत रखे या कुछ और, लेकिन अप्रत्यक्ष अभियान नहीं चलना चाहिए. कांग्रेस की तरफ से इसे आचार संहिता का एक उल्लंघन बता दिया गया है.फिलहाल अभी के लिए चुनाव आयोग ने ऐसे किसी पत्र पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
कन्याकुमारी कार्यक्रम की तस्वीरें आना शुरू
वैसे पीएम मोदी का यह अंदाज अब पुराना हो चुका है, पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भी पीएम मोदी ने ऐसे ही कई घंटों का ध्यान लगाया था। भारी-भरकम चुनावी प्रचार के बाद शांति के लिए पीएम मोदी तब केदारनाथ की गुफा में चले गए थे। वहां की भी कई तस्वीरें वायरल हुई थीं, आज भी उन पर चर्चा होती दिख जाती है। अब इस कन्याकुमारी कार्यक्रम की भी तस्वीरें आनी शुरू हो गई हैं, वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल चल रहे हैं.
कहां पर ध्यान में लीन हुए पीएम मोदी ?
लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का प्रचार थम चुका है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कन्या कुमारी में ध्यान लगा रहे हैं. प्रधानमंत्री ऐसे स्थान पर ध्यान लगा रहे हैं जंहा स्वामी विवेकानंद के नाम से राक मेमोरियल बना है.इस जगह पर खुद विवेकानंद जी ने भारत माता के लिए ध्यान लगाया था.प्रधानमंत्री की जोतस्वीरें कन्याकुमारी से आ रही हैं उनमें पीएम मोदी भगवा कुर्ता और गमछा पहने हुए दिख रहे हैं और स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के सामने बैठकर ध्यान लगा रहे हैं और उनके हाथों में एक माला भी है….भाजपा ने इससे जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडियापर साझा किया है..जिसमें देखा जा सकता है कि पीएम मोदी ने सबसे पहले उगते हुए सूरज को जल चढ़ाया.उसके बाद हाथ जोड़कर प्रार्थना की और माला का जाप किया.
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