Loksabha Election 2024:बॉलीवुड एक्ट्रेस और हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार कंगना रनौत और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां करने के आरोप में भारतीय चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत और बीजेपी नेता दिलीप घोष की कड़ी निंदा करते हुए दोनो को फटकार लगाई है।चुनाव आयोग ने दोनों नेताओं को चेतावनी दी है कि,दोनों लोग अपने बयानों को लेकर सावधान रहें और आयोग की अब उन पर चुनाव के दौरान खास नजर रहेगी.चुनाव आयोग ने दोनों नेताओं को चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी माना है और भविष्य में सार्वजनिक बयानों को लेकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.आपको बता दें कि,कुछ दिन पहले ही चुनाव आयोग ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए दोनो नेताओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया था.सोमवार को अपने आदेश में चुनाव आयोग ने माना कि,दोनो नेताओ ने महिलाओं पर व्यक्तिगत हमला किया है।
Read More:केजरीवाल के लिए संजय सिंह को किया गया शिफ्ट,तिहाड़ के जेल संख्या 2 में रहेंगे CM
नड्डा और खरगे को भी जारी किया नोटिस
चुनाव आयोग ने दोनों नेताओं को चुनाव के दौरान सार्वजनिक बयानों में सावधानी बरतने की चेतावनी दी है साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खरगे को भी चेतावनी नोटिस जारी किया है ताकि वे अपने पदाधिकारियों को आदर्श आचार संहिता के नियमों का उल्लंघन करने से रोके।
Read More:नए वित्त वर्ष 2024-25 का आगाज,LPG के दाम में कटौती,देश में लागू कई बड़े बदलाव..
दोनों नेताओं पर रखी जाएगी निगरानी
इस मामले में आयोग ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि,इस मामले में कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत द्वारा बीजेपी उम्मीदवार कंगना रनौत और बीजेपी नेता दिलीप घोष द्वारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणियां आचार संहिता का सरासर उल्लंघन हैं.इस मामले में दोनों नेताओं की पार्टियों के अध्यक्षों को भी आयोग ने कॉपी भेजी है ताकि वो अपनी-अपनी पार्टियों के नेताओं को चुनावी मौसम के दौरान भाषण और आचरण में संयम और मर्यादा बरतने पर ध्यान दें.दोनों आरोपी नेताओं पर आयोग की तरफ से सोमवार से और निगरानी शुरू कर दी गई है.जिससे की उनके द्वारा भविष्य में अगर इस तरह की कोई अपमानजनक टिप्पणी की जाती है तो आयोग उस पर कार्रवाई कर सके।
Read More:दो हफ्ते में सात मौतों से गांव में खौफ का मंजर,दहशत के साये में ग्रामीण जीने को मजबूर
आयोग ने दी पूरी जानकारी
आयोग ने बताया कि,इस मामले में शिकायत मिलने के बाद दोनों नेताओं को 27 मार्च को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे. नोटिस में दोनों नेताओं को 29 मार्च की शाम 5 बजे तक आयोग को अपने-अपने जवाब देने के लिए कहा गया था.दोनों नेताओं में से दिलीप घोष ने आयोग के सामने अपना जवाब 28 मार्च और सुप्रिया श्रीनेत ने 29 मार्च तक दे दिया था लेकिन दोनों के जवाबों से ही आयोग संतुष्ट नहीं हुआ और इनके कृत्यों को महिलाओं का अपमान बताते हुए आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया।
Read More:केजरीवाल के लिए संजय सिंह को किया गया शिफ्ट,तिहाड़ के जेल संख्या 2 में रहेंगे CM
क्या कहा था दोनों नेताओं ने ?
कुछ दिन पहले बीजेपी सांसद दिलीप घोष ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.जिसमें उन्होने कहा था कि,ममता बनर्जी जब गोवा जाती हैं तो गोवा की बेटी बन जाती हैं और त्रिपुरा में खुद को वहां की बेटी बताती हैं.ममता बनर्जी स्पष्ट करें कि उनका पिता कौन है.ये ठीक बात नहीं है,इसी बायन के बाद से दिलीप घोष को टीएमसी ने आड़े हाथों लिया था और चुनाव आयोग से शिकायत की थी।
Read More:ओवैसी ने मुख्तार अंसारी के परिजनों से की मुलाकात,कहा ‘मुश्किल वक्त में हम उनके साथ खड़े’
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने 25 मार्च को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कंगना रनौत की एक तस्वीर पोस्ट की थी.जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा था कि,’क्या भाव चल रहा है मंडी में कोई बताएगा.इससे कुछ दिन पहले ही बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए जारी उम्मीदवारों की लिस्ट में कंगना रनौत को मंडी लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था. सुप्रिया की इस पोस्ट पर कंगना समेत कई बीजेपी नेताओं ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी थी।