Devendra Fadnavis Chief Minister: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis), उपमुख्यमंत्री अजित पवार और एकनाथ शिंदे ने हाल ही में राज्य सचिवालय में अपनी जिम्मेदारियां संभाली. अपनी पहली कैबिनेट बैठक के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया से बातचीत की और राज्य की राजनीतिक स्थिति पर अपने विचार साझा किए. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राज्य में पिछले कुछ सालों की तरह राजनीतिक उथल-पुथल नहीं होगी और महायुति के नेतृत्व में राज्य में स्थिर सरकार का गठन किया जाएगा.
देवेंद्र फडणवीस ने विपक्ष पर कसा तंज
देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) पर निशाना साधते हुए कहा कि 2019 से 2022 तक राज्य में कई बड़े बदलाव देखे गए थे. उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि भविष्य में ऐसी ‘चौंकाने वाली घटनाओं’ का सामना नहीं करना पड़ेगा. उनका इशारा उस समय के राजनीतिक घटनाक्रम की ओर था, जब उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में गठित एमवीए सरकार गिर गई थी और शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के एक गुट ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई थी.
राजनीतिक बदलावों पर फडणवीस ने दी अपनी प्रतिक्रिया
देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन के बारे में कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य स्थिरता और विकास होगा. 54 वर्षीय देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे की शिवसेना के विरोध के बावजूद सरकार गठन में हुई दो सप्ताह की देरी को तवज्जो नहीं दी. उनका मानना था कि यह बदलाव उनके कल्याणकारी उपायों और सही दिशा में लिए गए फैसलों की वजह से हुआ.
देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि उनकी सरकार में भूमिकाओं का बदलाव राजनीति का हिस्सा है और इससे उनके समन्वय पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. उन्होंने उदाहरण के तौर पर बताया कि 2014 में जब वह मुख्यमंत्री थे, तब शिंदे उनके साथ थे. इसके बाद 2019 में 72 घंटे के लिए वह और अजित पवार उपमुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री बने थे। अब फिर से भूमिकाएं बदलीं हैं, लेकिन दिशा और गति वही रहेगी.
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महाराष्ट्र की राजनीति का नया अध्याय
देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने यह भी कहा कि वे एक तेजी से फैसले लेने वाली सरकार के रूप में काम करेंगे. उनका मानना है कि राज्य को तेज़ी से आगे बढ़ने की दिशा में काम करना है और हर निर्णय सोच-समझ कर लिया जाएगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र का विकास अवरुद्ध नहीं होगा और राज्य को सशक्त बनाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 2023 में शिंदे और उनके विद्रोही समूह द्वारा शिवसेना में विभाजन के बाद के घटनाक्रमों को याद करते हुए कहा कि इन घटनाओं ने राज्य की राजनीति को एक नया मोड़ दिया. इसके बाद अजित पवार ने अपनी पार्टी को विभाजित करते हुए भाजपा के साथ हाथ मिलाया और सरकार में शामिल हो गए.