Delhi Politics: लोकसभा चुनाव भले ही खत्म हो गया है..लेकिन दिल्ली में अभी भी राजनीतिक उथल-पुथल जारी है. आज आम आदमी पार्टी (AAP) के छतरपुर विधायक करतार सिंह तंवर, पूर्व मंत्री राज कुमार आनंद (Rajkumar Anand), और पूर्व विधायक वीना आनंद ने पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए. अब इन नेताओं के पाला बदलने के आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरु हो गया है.
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आप और बीजेपी में आरोप-प्रत्यारोप
वरिष्ठ नेताओं के पार्टी छोड़ने के बाद, आप और बीजेपी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि राजकुमार आनंद (Rajkumar Anand) ने पार्टी छोड़ दी क्योंकि वे आप से खुश नहीं थे. सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि आनंद के खिलाफ जांच चल रही है और इसी दबाव के कारण वे बीजेपी में शामिल हो रहे हैं.
सौरभ भारद्वाज की तीखी प्रतिक्रिया
बताते चले कि सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि राजकुमार आनंद (Rajkumar Anand) पर जांच का दबाव है, और इस बात को सब जानते हैं. भारद्वाज ने आनंद के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा कि आनंद ने कहा था कि वे दलित हैं, इसलिए उन पर आरोप लगाए जा रहे हैं. इस पर भारद्वाज ने प्रतिक्रिया दी कि दलित कमजोर नहीं होते हैं और याद दिलाया कि दलितों ने ही बीजेपी को 250 सीटों से कम दिखाया है.
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राजकुमार आनंद का राजनीतिक सफर
आपको बता दे कि राजकुमार आनंद (Rajkumar Anand) दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री रह चुके हैं. उन्होंने साल 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में पटेल नगर आरक्षित सीट से जीत हासिल की थी. 10 अप्रैल को उन्होंने भ्रष्टाचार और दलितों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए आप से इस्तीफा दे दिया था. आनंद ने आप में अपने कार्यकाल को बुरा सपना बताया था. लोकसभा चुनाव के दौरान वे बहुजन समाज पार्टी (BSP) में शामिल हो गए और नई दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन बीजेपी प्रत्याशी बांसुरी स्वराज से हार गए.
आप नेताओं का बीजेपी में प्रवेश
आज, बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में, राजकुमार आनंद और अन्य आप नेताओं ने बीजेपी जॉइन कर ली. इससे पहले, दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने राजकुमार आनंद (Rajkumar Anand) को दल-बदल विरोधी कानून के तहत उनकी सदस्यता को अयोग्य घोषित कर दिया था.
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