Delhi Pollution: दिल्ली की आबोहवा में बढ़ते वायु प्रदूषण की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। शनिवार की सुबह राजधानी में धुंध की हल्की परत छाई रही थी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार सुबह सात बजे दिल्ली का एक्यूआई 273 दर्ज किया गया है, जिसे खराब श्रेणी में रखा गया है। इससे वायु की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है।
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कई इलाकों में प्रदूषण का असर
दिल्ली में कई इलाकों में वायु प्रदूषण का स्तर बेहद गंभीर हो गया है। आनंद विहार क्षेत्र का एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी के तहत 334 तक पहुंच गया है, जो वायु की स्थिति की भरमार को दर्शाता है। इससे स्थानीय लोगों को समस्याएं और असुविधाएं बढ़ रही हैं।
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वायु प्रदूषण की स्थिति का अनुमानित बढ़ना
वायु प्रदूषण की स्थिति के मुताबिक, सीपीसीबी ने दिल्ली में वायु प्रदूषण को अगले तीन दिनों तक अपने चरम स्थिति पर रहने की चेतावनी दी है। इसके बावजूद शहर में धुंध का असर देखा जा रहा है, जो प्रदूषण को और भी बढ़ा रहा है।वायु प्रदूषण के मुख्य कारणों में वाहनों का धुंध में योगदान, उच्च जलवायु और दीवारों के पास लगे उद्योगिक इलाकों की शामिलता शामिल है। इससे वायु में विषाणुओं और अन्य वायु प्रदूषकों का स्तर बढ़ जाता है, जो सामान्य स्वास्थ्य पर खतरा बन सकता है।
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प्रदूषण का असर सेहत पर
बता दें कि कई लोगों को लगातार खांसी और छींक आ रही है। एम्स के डॉक्टरों का कहना है कि सांस लेने में दिक्कत और त्वचा की समस्याओं के साथ आने वाले मरीजों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। AIIMS दिल्ली में ईएनटी विभाग के डॉक्टरों का कहना है कि नाक में जलन, गले में खरास और लगातार सूखी खांसी के साथ आने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है।
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AQI के कितने मानक होते है?
एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) के छह मानक होते हैं, जिसका मतलब होता है कि शहर की हवा सांस लेने योग्य है या नहीं।वहीं ये छह मानक हैं- अच्छी, संतोषजनक,सामान्य, खराब, बहुत खराब और गंभीर जैसी कैटेगरी शामिल हैं. 0-50 के बीच ‘अच्छी’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘सामान्य’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।