Haldwani: उत्तराखंड के हल्द्वानी से एक लड़की से रेप का मामला सामने आया है। अपराधी बच्चों को सुधार करने भेजे गए बाल सुधार गृह में ही अपराध हो रहा है, ये कैसी व्यवस्था? एक 15 साल की लड़की जब बाल सुधार गृह गई, तब उसे क्या पता था कि उसके साथ वहां पर दरिंदगी हो जाएगी। सुधार गृह की दो महिलाएं 15 साल की नाबालिग को सुधार गृह से बाहर ले जाती थी, जहां पर एक मकान में उस नाबालिग के साथ कई बार रेप किया गया।
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नाबालिग लड़की ने अधिकारी को सुनाई आपबीती
अब इसे सरकारी की व्यवस्था पर लापरवाही कहें या फिर सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक? बाल गृह की जो दो महिलाएं 15 साल की नाबालिग को बाहर ले जाती थी, उनके ऊपर रेप और प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्शुअल ऑफेंस (POCSO) एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। मिली कुछ मीडिया जानकारी के अनुसार, सुधार गृह के निरीक्षण के समय नाबालिग लड़की ने एक अधिकारी को अपने साथ हुई हैवानियत के बारे में बताया। इसके बाद पुलिस को मामले की सूचना दी गई और आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ।
एक आरोपी महिला को तुरंत सस्पेंड किया गया
लड़की के साथ हुई हैवानियत के बारे में बताते हुए एसपी सिटी हरबंस सिंह ने कहा- नाबालिग का मेडिकल हो चुका है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। आरोपी महिलाओं के खिलाफ पॉक्सो एक्ट, रेप समेत विभिन्न संगीन धाराओं में केस दर्ज किया गया है। वहीं, उत्तराखंड सरकार की महिला और बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि मामला सामने आते ही एक आरोपी महिला को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया, जबकि दूसरी महिला जिसे हल्द्वानी के महिला कल्याण और पुनर्वास केंद्र के होमगार्ड डिपार्टमेंट की तरफ से नियुक्त किया गया था, उसे वापस बुला लिया गया है। इसके साथ ही रेखा ने बताया कि जांच के लिए दो निष्पक्ष सदस्यों की एक समिति गठित की गई है। जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
राज्य में अपराध लगातार बढ़ते जा रहे
आपको बता दे कि राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तराखंड में महिलाओं के खिलाफ लगातार अपराध बढ़ते जा रहे हैं। साल 2022 में प्रदेश में महिला अपराध का ग्राफ वर्ष 2021 के मुकाबले 26 प्रतिशत ऊपर पहुंच गया। राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते क्राइम को लेकर ADG अंशुमान ने कहा था- उत्तराखंड पुलिस महिला अपराध के मामलों में संवेदनशील है। कोई भी शिकायत आती है तो उस पर तत्काल केस दर्ज किया जाता है। हिमालयी राज्यों में से उत्तराखंड में सबसे ज्यादा जनसंख्या है, यह भी अपराध बढ़ने का एक बड़ा कारण है।
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