दिल्ली: क्रेन्द्र ने दिल्ली में स्थित नेहरू मेमोरियल का नाम बदलकर पीएम मेमोरियल रख दिया है। बता दे कि अब नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड़ लाइब्रेरी को प्रधानमंत्री म्यूजियम एंड़ सोसाइटी के नाम से जाना जायेगा।
बता दें कि साल 2016 में पीएम मोदी ने दिल्ली में स्थित नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने को लेकर प्रस्ताव रखा था कि तीन मूर्ति परिसर में देश के सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित एक म्यूजियम का निर्माण किया जाएगा। उसी साल 25 नवंबर को एनएमएमएल की 162वीं बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। जिसके बाद से बीते साल 21 अप्रैल को प्रधानमंत्री संग्रहालय को जनता के लिए खोल दिया गया था। जिसका नाम बदल कर अब पीएम मेमोरियल रख दिया गया हैं। वहीं अब काग्रेंस ने नाम के बदलाव को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधाते हुए कहा कि भाजपा सरकार देश मे विकास के कार्यो की तरफ ध्यान नही देकर केवल नाम बदलाव ही करती है।
प्रधानमंत्री होगे इसके अध्यक्ष व रक्षामंत्री उपाध्यक्ष
हाल ही में क्रेन्द्र सरकार ने दिल्ली में स्थित नेहरू मेमोरियल का नाम बदलकर पीएम मेमोरियल रख दिया है। बता दें कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और अन्य सदस्यों की अध्यक्षता मे एक विशेष बैठक हुई थी इस बैठक में 29 सदस्य शामिल थे। सभी सदस्यों की सहमति से नेहरू मेमोरियल के नाम बदलने के फैसले पर मुहर लगाई गई हैं। साथ ही जानकारी के लिए बता दे कि नहेरू मेमोरियल म्यूजियम एंड़ लाइब्रेरी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व उपाध्यक्ष रक्षामंत्री राजनाथ है। इसके अलावा ग्रहमंत्री अमितशाह, अनुराग ठाकुर, धर्मेन्द्र प्रधान व अन्य सदस्य भी इस बैठक में मौजूद रहे।
वही नाम के बदलाव को लेकर काग्रेंस ने बीजेपी पर निशाना साधते हुएे कहा कि तीन मूर्ति भवन अंग्रजी शासन काल का अधिकारिक आवास रहा है। वर्ष 1948 में जब पंड़ित जवाहर लाल नेहरू प्रधानमंत्री बने तो नेहरू मेमोरियल उनका आवास बन गया। काग्रेंस ने कहा कि पंड़ित जवाहर लाल नेहरू 16 साल तक इस आवास में रहे और यहीं पर अपनी अंतिम सांसे भी लिए थे मगर अब भाजपा सरकार ने नेहरू मेमोरियल का नाम बदलकर पीएम मेमोरियल कर दिया।
भाजपा के इस फैसले से काग्रेंस समर्थको ने की आलोचना
क्रेन्द्र सरकार के इस रवैये को लेकर काग्रेंस समर्थको ने भाजपा की आलोचना की है। काग्रेंस के वरिष्ठ नेता जयराम नरेश ने अपने टिवट्र हैंड़िल पर एक ट्वीट करते हुए लिखा है कि नाम मे बदलाव प्रतिशोध व संकीर्णता का नतीजा है। बता दे कि नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड़ लाइब्रेरी 59 सालों से किताबों का खजाना रहा है। जिसे अब पीएम मोदी के नाम से जाना जाएगा कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी भारतीय राष्ट्र-राज्य के वास्तुकार के नाम व विरासत को नष्ट करने के लिए क्या नही करेंगे।