NEET Paper leak: केंद्र सरकार की एक विशेष समिति आज नीट और नेट परीक्षाओं में चल रही अनियमितताओं पर मंथन करने के लिए उच्च स्तरीय बैठक करेगी। इस बैठक में 7 सदस्यीय पैनल एनटीए (राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी) के ढांचे और कार्यप्रणाली पर चर्चा करेगा। शिक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, इस समिति को दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा 18 जून 2024 को आयोजित विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) जून 2024 को सामने आई अनियमितताओं के चलते रद्द कर दिया है।
समिति का गठन और नेतृत्व
एनटीए के कामकाज और पारदर्शिता की निगरानी के लिए गठित इस समिति का नेतृत्व इसरो के पूर्व प्रमुख डॉ. के. राधाकृष्णन करेंगे। इस समिति में डॉ. रणदीप गुलेरिया, प्रोफेसर बीजे राव, प्रोफेसर राममूर्ति के., पंकज बंसल, आदित्य मित्तल, और गोविंद जयसवाल शामिल हैं।
पारदर्शी और निष्पक्ष संचालन पर जोर
समिति एनटीए के माध्यम से परीक्षाओं का पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन सुनिश्चित करने के उपायों पर चर्चा करेगी। इसके अलावा, समिति कर्मियों के लिए स्पष्ट भूमिकाएं और जिम्मेदारियों पर भी ध्यान देगी।
मौजूदा सुरक्षा प्रोटोकॉल की जांच
समिति को परीक्षाओं के दौरान पेपर सेट करने और अन्य प्रक्रियाओं से संबंधित मौजूदा सुरक्षा प्रोटोकॉल की जांच करनी होगी। इसके साथ ही, सिस्टम की मजबूती बढ़ाने के लिए सिफारिशें भी देनी होगी।
एनटीए प्रमुख में बदलाव
हाल ही में परीक्षाओं में अनियमितताओं के चलते केंद्र सरकार ने एनटीए के प्रमुख आईएएस सुबोध कुमार सिंह को उनके पद से हटा दिया है और उनकी जगह आईएएस प्रदीप कुमार सिंह को एनटीए का नया प्रमुख नियुक्त किया है।
UGC-NET परीक्षा रद्द
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा 18 जून 2024 को आयोजित UGC-NET परीक्षा को पेपर लीक की सूचना मिलने के बाद रद्द कर दिया है। गृह मंत्रालय से पेपर लीक होने की जानकारी मिलने के बाद यह निर्णय लिया गया। भारत के 33 लाख छात्रों के भविष्य के सम्मान में कांग्रेसजन मैदान में हैं। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में परीक्षा में तकनीकी गड़बड़ी और अनुचित साधनों का प्रयोग किया गया। भाजपा शासित राज्य उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात और हरियाणा में नीट परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले कई आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, जिससे पूरी परीक्षा आशंका के घेरे में आ गई है।