पीड़ी पर्व के लिए घर से मिट्टी लेने गईं चार बच्चियों की मिट्टी के टीले से मिट्टी ढहने से दर्दनांक मौत हो गयी। इस हादसे से पूरे बक्सर गांव में मातम पसरा हुआ है। ग्रामीणों के मुताबिक 5 बच्चियां पीड़ी पर्व के लिए मिट्टी के टीले से घर की पुताई-लिपाई के लिए मिट्टी लेने गयी थीं। लेकिन अचानक मिट्टी के ढहने से उसमें चार बच्चियां दब गयी और उनकी मौत हो गयी जबकि पांचवी बच्ची की हालत अभी गंभीर बतायी जा रही है। मिट्टी के ढेर गिरने के बाद वहां आस-पास खेल रहे बच्चों ने जब शोर मचाया तो गांव के लोग आनन-फानन में बच्चियों को बाहर निकाला और उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
मिट्टी ढहने का कारण
राजपुर प्रभारी ने मिट्टी के टीले के ढहने के कारण को बताते हुए कहा कि मिट्टी का टीला काफी पुराना हो गया था। जिससे यह हादसा हो गया। जब बच्चियां पर्व के लिए मिट्टी खोदने टीले के पास पहुंची और मिट्टी निकालने लगी तो उसी समय मिट्टी के टीले का ऊपरी हिस्सा उन पर आ गिरा जिसमें दब कर उनकी मौत हो गई। हालांकि एक बच्ची की हालत अभी गंभीर बताई जा रही है।
कहां का है मामला?
यह पूरा घटना बिहार के बक्सर ज़िले के राजपुर थाना क्षेत्र के सरेंजा गांव की है जहां पर राजकीय विद्धालय के पास मिट्टी लेने गई चार बच्चियों की मिट्टी के ढेर में दबकर मौत हो गई। जिसमें से एक बच्ची की हालत गंभीर बताई जा रही है। गांव वालों ने बताया कि राजकीय विद्धालय के पास मिट्टी एक पुराना टीला है जहां से बच्चियां मिट्टी लेने गई थीं और मिट्टी की खुदाई करते वक्त मिट्टी का ढेर उन पर गिर और उनकी मौत हो गई।
डॉक्टरों ने की मौत की पुष्टी
गांव वालों ने बताया कि जब बच्चियां मिट्टी के ढेर में दब गई थीं तो आस-पास खेल रहे बच्चों ने शोर मचाना शुरु कर दिया जिससे गांव वाले मौके पर पहुंच गए और उन्हें आनन-फानन में बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने चार बच्चियों को मृत घोषित कर दिया और एक की हालत नाजुक बताई। म़ृत हुई बच्चियों के नाम- नयनतारा कुमारी 11 वर्ष, सालिनी कुमारी 8 वर्ष- पिता श्याम नारायण ग्राम सरेजा, शिवानी कुमारी 6 वर्ष, पिता रमेश राम और संजू कुमारी 11 वर्ष, पिता टिंकू राम है।