Ayodhya News: अयोध्या की दुष्कर्म पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए लखनऊ मेडिकल कॉलेज (केजीएमयू) रेफर कर दिया गया है। लखनऊ मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध उन्नत स्वास्थ्य सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। पीड़िता को एंबुलेंस के माध्यम से लखनऊ भेजा गया है, जिसमें उनके परिजनों के साथ ही सीएमओ डॉ. संजय जैन भी मौजूद हैं।
कड़ी सुरक्षा में भेजी गई पीड़िता
अयोध्या के जिला महिला अस्पताल में भर्ती 12 वर्षीय पीड़िता को कड़ी सुरक्षा के बीच लखनऊ मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। पीड़िता, जो दुष्कर्म के बाद गर्भवती हो गई थी, को अयोध्या के महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में संसाधनों और विशेषज्ञों की कमी के चलते डॉक्टरों ने उसे लखनऊ रेफर करने का निर्णय लिया।
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मामले की पृष्ठभूमि
अयोध्या के पूराकलंदर थाना क्षेत्र के एक गांव में 12 वर्षीय किशोरी के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। समाजवादी पार्टी (सपा) नेता मोईद खान और उसके नौकर राजू को इस घिनौने कृत्य के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। किशोरी की मां के द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर में बताया गया कि दो महीने पहले उनकी बेटी खेत में काम करने के लिए गयी थी। पास की बेकरी में काम करने वाला राजू उसे जबरन वहां ले गया, जहां बेकरी मालिक मोईद खान ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इस घटना का खुलासा तब हुआ जब किशोरी डॉक्टर की जांच में गर्भवती पाई गई।
पोक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार
एसएसपी राजकरन नैयर ने बताया कि दोनों आरोपियों को पोक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। नौकर राजू ने इस घिनौने कृत्य का वीडियो भी बनाया था और मासूम को ब्लैकमेल कर उसने भी दुष्कर्म किया था।
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परिजनों की हालत
पीड़िता के पिता की दो साल पहले मौत हो चुकी है और घर का गुजारा उसकी मां और बहनों की मजदूरी से चलता है। परिजनों के मुताबिक, नाबालिग के पेट में दर्द होने पर जब वे डॉक्टर के पास पहुंचे तो उसके गर्भवती होने की पुष्टि हुई। पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर पोक्सो एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
राजनीतिक दलों की जिम्मेदारी
यह भी महत्वपूर्ण है कि राजनीतिक दल अपने सदस्यों के कृत्यों की जिम्मेदारी लें और ऐसी घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई करें। समाजवादी पार्टी ने इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। यह मामला न केवल अयोध्या बल्कि पूरे देश को झकझोर देने वाला है। पुलिस और प्रशासन की कड़ी कार्रवाई के बावजूद, समाज को जागरूक और सतर्क रहने की आवश्यकता है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। पीड़िता की हालत गंभीर है और सभी की दुआएं और समर्थन उसके साथ हैं। उम्मीद है कि न्यायिक प्रक्रिया तेजी से पूरी होगी और दोषियों को सख्त सजा मिलेगी।