गोरखपुर संवाददाता: धनेश कुमार
Gorakhpur: सहजनवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक ब्यास कुशवाहा का विवादों से पुराना नाता है। अभी कुछ ही दिनों पहले उनके केबिन में बाहरी व्यक्ति द्वारा मरीज को दवा लिखा जा रहा था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था। हालांकि, यह मामला अभी ठंडा भी नही हुआ, कि ब्यास कुशवाहा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें ब्यास कुशवाहा कुछ मरीजो को गाली देते हुए उनसे तीन-तीन हजार रुपए लेने और नही देने पर दिमाग ठिकाने लगाने की बात कह रहे है।
हालांकि, इससे पहले भी खबर करने अस्पताल में गए। पत्रकार के साथ इनके और उनके स्टाफ द्वारा मारपीट की गई थी। बाद में इन्होंने खुद थाने पर पत्रकार के खिलाफ तहरीर देकर मामले को रफा दफा कर दिया।वही माजिद अली नाम का एक व्यक्ति लगातार उनके भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहा था।बाद में उसके खिलाफ भी सहजनवा थाने पर तहरीर देकर उसे डराया धमकाया गया। लेकिन माजिद अली अभी भी लगातार ब्यास कुशवाहा के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहा है।उसने मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर एक बार फिर ब्यास कुशवाहा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
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शिकायत में किन-किन मुद्दों को दर्शाया?

दर्ज शिकायत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भ्रष्टाचार,गंदगी, इलाज के नाम पर मरीजों से पैसे लेने सहित तमाम मुद्दों को दर्शाया गया है। हालांकि, माजिद अली ने आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने जब अधिकारियों से पूरे मामले की लिखित शिकायत किया तो अधिकारियों ने ब्यास कुशवाहा की जांच का जिम्मा ब्यास कुशवाहा को ही सौंप दिया। उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपो को सिरे से खारिज करते हुए।मुझे ही मानसिक रोगी बता दिया।मुझे मालूम है कि ऐसे अधिकारियों के रहते।इस मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच नही हो सकती हैं।
पीड़ित ने सुनाई आपबीती

पीड़ित माजिद अली ने कहा कि पूरे मामले को लेकर मैं जल्द ही मुख्यमंत्री जी से मिलकर शिकायत करूँगा।एक तरफ सरकार के जीरो टॉलरेंस की नीति से भष्टाचारियो पर नकेल कसती जा रही हैं। उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेजा जा रहा है। गौरतलब है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहजनवा के प्रमुख अधीक्षक ब्यास कुशवाहा के मामले में सही ढंग से जांच कर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। यह तो पता नहीं। लेकिन सूत्रों की माने तो दबी जुबान में लोगो का यही कहना है कि ब्यास कुशवाहा का प्रभाव ऊपर तक है इसलिए इनके खिलाफ सही ढंग से जांच नहीं हो पा रही है। वहीं पीड़ित ने कहा कि वह आखिरी समय तक इनके खिलाफ लड़ाई लड़ता रहेगा। चाहे अंजाम कुछ भी हो।
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