गाजियाबाद संवाददाता- अंकित गोस्वामी
गाजियाबाद: गाजियाबाद में चोरी के शक में एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए तीनों युवक पुराना फर्नीचर बेचते हैं और उनका दावा है कि मरने वाले को उन्होंने दुकान में चोरी करते रंगे हाथों पकड़ा था और पिटाई के बाद छोड़ दिया था।
फिलहाल पुलिस तीनों आरोपियों को आज कोर्ट में पेश करेगी। शालीमार गार्डन इलाके के एसीपी सूर्यबली मौर्य ने बताया, 7 सितंबर की सुबह करीब 8 बजे डायल-112 को सूचना मिली कि टीला मोड़ थाना क्षेत्र के तुलसी निकेतन इलाके में एक युवक की लाश पड़ी हुई है। मृतक की पहचान 24 वर्षीय अनिल के रूप में हुई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम को भेज दिया।
नौशाद, अखलाक, सुब्हान गिरफ्तार…
एसीपी ने बताया, पुलिस ने जब इस केस की छानबीन शुरू की तो पता चला कि अनिल को कुछ लोगों ने 6 सितंबर की रात पीटा था। लंबी जांच-पड़ताल के बाद गुरुवार देर रात पुलिस ने इस मामले में नौशाद, अखलाक, सुब्हान को गिरफ्तार कर लिया।
दुकानदार बोले- पिटाई के बाद हमने छोड़ दिया था…
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया, वे टीला मोड़ थाना क्षेत्र में सफेद गेट से लाल गेट के बीच पुराना फर्नीचर और लकड़ी बेचने की दुकान करते हैं। उनकी दुकानों में पिछले कई दिन से चोरियां हो रही थीं। 6 सितंबर की रात करीब एक बजे चौकीदार ने सूचना दी कि दुकान के अंदर एक युवक घुसा हुआ है। दुकानदारों ने बताया, जब वे मौके पर पहुंचे तो एक युवक पकड़ा गया। उसकी पहचान अनिल के रूप में हुई। वो बेहद नशे में था। आसपास के लोगों ने अनिल की पिटाई कर दी। इसके बाद उसको जाने दिया। दुकानदारों के अनुसार, अगली सुबह उन्हें उस युवक के मर जाने की सूचना मिली।
मौत का कारण एंटीमॉर्टम इंजरी…
एसीपी सूर्यबली मौर्य ने बताया, शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण एंटीमॉर्टम इंजरी आया है। हालांकि शरीर के ऊपर खून का एक निशान भी मौजूद नहीं है। इसलिए माना जा रहा है कि पिटाई के दौरान उसको गहरी चोट लगी होगी। फिलहाल इस केस में मृतक की मां ने हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।
मृतक था नशे का आदी…
पूछताछ में परिजनों ने बताया, मृतक अनिल पिछले पांच साल से कोई काम नहीं कर रहा था। वो नशे का आदी था। इससे पहले भी एक-दो बार चोरी करते हुए पकड़ा जा चुका है। अनिल कुल पांच भाई हैं, जबकि पिता का निधन हो चुका है। 6 सितंबर की रात अनिल अपनी मां को बोलकर निकला था कि मैं कहीं जा रहा हूं। परिजनों ने उसे खोजने का प्रयास इसलिए नहीं किया, क्योंकि वो अक्सर ऐसे ही घर से निकल जाता था।