बिहार (औरंगाबाद): संवाददाता- नीतीश कुमार शर्मा
औरंगाबाद। बिहार के औरंगाबाद शहर में एक महिला को शराब तस्करो का विरोध करना मंहगा पड़ गया। नाराज शराब तस्करों ने महिला की बुरी तरह से पिटाई कर दिया। घटना की सूचना परिजनों की दी गई। परिजनों ने घायल महिला को आनन- फानन उपचार के लिए सदर हॉस्पिटल ले गए। चिकित्सक ने स्थिति गंभीर देख उसे पटना हॉस्पिटल रेफर कर दिया। जहां पर उसकी उपचार के दौरान मृत घोषित कर दिया।
गौरतलब है कि इन दिनों औरंगाबाद में शराब माफिया के अन्दर पुलिस का भय एकदम खत्म हो गया है। बिहार भर में शराब तस्करों का मंसूबे सातवें आसमान पर चढ़ते जा रहे है। घटना है 31 जुलाई की जहां औरंगाबाद के नबीनगर में एक महिला को शराब के खिलाफ विरोध करना महंगा पड़ गया। महिला को अकेला देख शराब तस्करों ने उसकी जमकर पिटाई कर दिया। जिसमें महिला बुरी तरह से घायल हो गई।
ग्रामीणों ने रोड़ किया जाम
घटना की सूचना पाते ही परिजनों मौके पर पहुंच घायल महिला को इलाज हेतु औरंगाबाद सदर हॉस्पिटल ले गए जहाँ डॉक्टरों ने इस को गम्भीर देखते हुए महिला को पटना रेफर कर दिया था। महिला की बीती रात इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही आक्रोशित ग्रामीणों ने नवीनगर मुख्य पथ को जाम कर दिया। और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन व नारेंबाजी करने लगे। जिसके कारण पूरी तरह से सड़क यातायात ठप हो गया। सड़क जाम की सूचना पाकर नवीनगर थाना का पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों ने उनकी बातों को समझने को तैयार नहीं थे।
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ग्रामीणों ने लगाया एसपी व थानाध्यक्ष पर लापरवाही का आरोप
ग्रामीणों का कहना था की जिला के पुलिस कप्तान नबीनगर थाने में स्थित थाना अध्यक्ष एवं कई पुलिस अधिकारी को तत्काल हटाये जाने की मांग कर रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि यह घटना नबीनगर पुलिस की लापरवाही से हुई है। जबकि कुछ दिन पूर्व ही थाना अध्यक्ष को ग्रामीणों ने आवेदन देकर यह बताया था कि अमुख्य व्यक्ति शराब के कारोबार में संलिप्त है। और शराब माफियाओं का विरोध करने पर मारने पीटने की धमकी देते है। इसके बावजूद थाना अध्यक्ष के द्वारा उस पर कोई कार्यवाई नहीं की गई थी। जिसके कारण शराब तस्करो का हौंसले और बुलंद होते चले जा रहै है। अगर पुलिस ने समय रहते कार्यवाई करते तो आज ऐसी घटना न होती ।