मध्यप्रदेश संवाददाता- सागर
मध्यप्रदेश: पिछले दिनों गिरे मावठ की वजह से सागर जिले में टमाटर की फसल पर झुलसा रोग लग गया है। मावठ गिरने के बाद से करीब चा सौ हेक्टेयर की टमाटर की फसल पूरी तरह झुलस गई है। इससे किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें जानकारी मिली है। सर्वे के आदेश दिए हैं। किसानों को सलाह भी दी जा रही है।
फसल में भी काफी नुकसान हुआ…

जानकारी के मुताबिक पिछले दिनों सागर जिले में मावठ गिरे थे। इसके बाद सर्दी बढ़ने व मौसम बलदने से टमाटर की फसल चौपट हो गई। टमाटर के अलावा धनिया की फसल में भी काफी नुकसान हुआ है। फसल में हुए नुकसान के चलते किसान कर्ज के बोझ तले दब गए है। चनौआ, परासिया, बाछलोन आदि क्षेत्र के किसानों का कहना है कि पिछले दिनों हुई मावठ व मौसम के बिगड़े रहने से टमाटर की फसल में झुलसा रोग लगा। इससे फसल नष्ट हो गई। झुलसा रोग में टमाटर के पत्ते जल जाते है व पकने से पहले ही टमाटर में दाग लग जाते है। जिससे वह सड़ जाता है।
मुआवजे के लिए संबंधित अधिकारियों को अवगत…

कई किसानों ने बताया कि उन्हें कर्जा लेकर हाइब्रिड प्रजाति का टमाटर का बीज बोया था लेकिन अब टमाटर की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई। इस बीज की 4 सौ ग्राम प्रति हेक्टेयर में बुआई की जाती है। झुलसा रोग लगने से टमाटर की फसल नष्ट होने के कारण खाद बीज के पैसे भी वसूल तक नहीं हो पाएंगे। बल्कि वे कर्जे में डूब गए। उन्होंने बताया कि टमाटर के अलावा मावठ से धनिए की फसल में भी नुकसान हुआ है। इस संबंध में उन्होंने नष्ट हुई फसल के मुआवजे के लिए संबंधित अधिकारियों को अवगत भी कराया, लेकिन अभी तक सर्वे नहीं किया गया।
उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के उप संचालक रवींद्र चौबे ने बताया कि मावठ से टमाटर की फसल में नुकसान हुआ है। जिले में चार से पांच सौ हेक्टेयर में टमाटर को नुकसान की खबर लगी है। रहली से क्षेत्र के अधिकारियों ने इसकी सूचना दी है। हमने इसके सर्वे के निर्देश दिए हैं। सर्वे के पश्चात ही सही आंकड़ा पता चल जाएगा कि कितना नुकसान हुआ है।