G20: देश की राजधानी नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit 2023) की तैयारियां ज़ोर-शोर से चल रही है। विदेशी मेहमानों को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए केन्द्र सरकार, और राज्य सरकार जीतोड़ मेहनत कर रही है।
बता दे कि दिल्ली जी20 शिखर सम्मेलन शनिवार, 9 सितंबर से रविवार, 10 सितंबर के बीच होगा। दिल्ली के प्रगति मैदान में ‘भारत मंडपम’ (Bharat Mandapam, Pragati Maidain G20 Summit 2023) में G-20 सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) समेत दुनियाभर के दिग्गज नेता इसमें शामिल होंगे। देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत अन्य विदेशी मेहमान भी दिल्ली में होंगे।
क्या है G20 सम्मेलन
G20 सरकार और सेंट्रल बैंक के लिए एक अंतरराष्ट्रीय मंच है। इसका नाम G20 इस ग्रुप में शामिल देशों को देखते हुए रखा गया है। G20 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग, आतंकवाद, मानव तस्करी, ग्लोबल वार्मिंग जैसे अहम मुद्दों पर राय तय करने का मुख्य मंच है।
यह मंच दुनिया की जीडीपी का लगभग 85%, वैश्विक व्यापार का 75% से ज्यादा और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं। दुनिया की दो तिहाई आबादी यहां रहती है।
G20 की स्थापना पहली बार साल 1999 में की गई थी। इसका पहला सम्मेलन दिसंबर 1999 में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हुआ था। उस वक्त इस ग्रुप का गठन अंतरराष्ट्रीय वित्तीय स्थिरता को बढ़ावा देने से जुड़ी पॉलिसी पर चर्चा करने के लिए किया गया था।
जानें भारत को कब सौंपी गई थी जी-20 की प्रेसिंडेंसी ?
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 16 नवंबर 2022 को बाली शिखर सम्मेलन के दौरान जी-20 की प्रेसिडेंसी सौंपी थी। भारत एक दिसंबर 2022 से जी-20 का अध्यक्ष है।
कब जारी हुआ G20 का लोगो?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 नवंबर 2022 को जी-20 का लोगो जारी किया था। इस दौरान उन्होंने जी-20 की थीम का भी अनावरण किया था।
जानें क्यों किया गया G20 का गठन ?
G20 पहले वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों का संगठन था। इसका गठन एशिया में आए वित्तीय संकट के बाद हुआ। इसका पहला सम्मेलन 1999 के दिसंबर महीने में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हुआ। दुनिया भर में 2008 में आई मंदी के बाद G20 को शीर्ष नेताओं के संगठन में बदल दिया गया।
यह देश हैं जी-20 का हिस्सा
जी-20 दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर-सरकारी मंच है। इस समूह का भारत, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) हिस्सा हैं। भारत ने एक दिसंबर 2022 को इंडोनेशिया से इस बार की जी20 की अध्यक्षता हासिल की थी।
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G20 में आमंत्रित देश?
G20 शिखर सम्मेलन के लिए नौ देशों को आमंत्रित किया गया है। इसमें बांग्लादेश, इजिप्ट, मॉरीशस, नीदरलैंड, ओमान, नाइजीरिया, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं।
सम्मेलन में इन देशों के नेता होंगे शामिल
G20 शिखर सम्मेलन में संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया, फ्रांस, चीन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश देशों के नेता शामिल होंगे।
G20 शिखर सम्मेलन में कौन नहीं होंगे शामिल?
G20 शिखर सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग शामिल नहीं होंगे। पुतिन ने 28 अगस्त को पीएम मोदी से बातचीत में समिट में शामिल हो पाने में अपनी असमर्थता जताई। वहीं, चिनफिंग की जगह प्रधानमंत्री ली केकियांग बैठक में शामिल होंगे।
G20 समिट में कौन शामिल होंगे?
G20 समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक, जापानी पीएम फुमियो किशिदा, कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो और सऊदी अरब के राजा सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद समेत सदस्य और आमंत्रित देशों के राष्ट्रध्यक्ष, शासनाध्यक्ष और प्रतिनिधि शामिल होंगे।
भारत में G20 की कितने बैठकें होंगी?
भारत में जी-20 की 200 से अधिक बैठकें होंगी। यह बैठक 60 शहरों में आयोजित की जाएगी।
G20 शिखर सम्मेलन में किन मुद्दों पर फोकस होगा?
जी-20 शिखर सम्मेलन को भारत और चीन के तनावपूर्ण संबंधों के बीच आयोजित किया जा रहा है। हाल ही में चीन ने अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को अपना हिस्सा बताते हुए एक मानचित्र जारी किया था। इसके अलावा, बैठक में रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी फोकस रहेगा। इस युद्ध के चलते भारत के रिश्ते भी पश्चिमी देशों के साथ तनावपूर्ण हैं।
जानें G20 समिट को लेकर दिल्ली सरकार की क्या तैयारियां हैं?
दिल्ली सरकार ने 8 से 10 सितंबर के दौरान बंद का एलान किया है। पांच सरकारी और तीन निजी अस्पतालों को भी अलर्ट मोड में रखा गया है। इसके साथ ही डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की विशेष टीमें भी तैनात की गई है। शनिवार और रविवार को काम करने वाले निजी कार्यालयों भी बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। समिट के दौरान कनॉट प्लेस और खान मार्केट जैसे बाजार बंद रहेंगे।