Farmers Protest: लोकसभा चुनाव आते-आते एक बार फिर से देश में किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करने की तैयारी शुरू कर दी है. किसानों की ओर से आंदोलन की शुरूआत कर दी गई है,अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर किसानों ने संसद भवन घेरने की कोशिश की थी, लेकिन उससे पहले ही नोएडा और दिल्ली एनसीआर के आस-पास किसानों की भारी भीड़ को रोक लिया गया था. लेकिन अब केंद्रीय मंत्री इस मामले को लेकर काफी सक्रिय हो गई है. किसीनों से बातचीत कर के उनकी मागों को गौर करने के लिए 3 केंद्रीय मंत्रियों को चंडीगढ़ भेजा गया है.
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प्रियंका गांधी वाड्रा ने सवाल खड़े किए
बता दे कि ये तीनों केंद्रीय मंत्री किसान संगठनों के नेताओं से बातचीत कर उनकी समस्या का समाधान का आश्वासन दिया. साथ ही ‘दिल्ली चलो’ मार्च को स्थगित करने के लिए भी किसानों को मनाया. लेकिन इसके बाद भी किसान दिल्ली कूच करने के फैसले पर अडिग दिख रहे हैं. उन्हें रोकने के लिए सरकार इंतजाम कर रही है, जिस पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सवाल खड़े किए हैं.
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‘एक्स’ पर एक वीडियो पोस्ट शेयर केंद्र पर साधा निशाना
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक वीडियो पोस्ट शेयर कर उन्होंने पूछा है कि किसानों के रास्ते में कील-कांटे बिछाना अमृतकाल है या अन्यायकाल? प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि इसी असंवेदनशील और किसान विरोधी रवैये ने 750 किसानों की जान ली थी. किसानों के खिलाफ काम करना, फिर उनको आवाज भी न उठाने देना – कैसी सरकार का लक्षण है?
कांग्रेस नेता प्रियंका ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाए
इसी कड़ी में आगे कांग्रेस नेता प्रियंका ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, “किसानों से किया वादा पूरा नहीं किया गया. किसानों के लिए न न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) का कानून बनाया गया और न ही किसानों की आय दोगुनी हुई है. फिर किसान देश की सरकार के पास नहीं आयेंगे तो कहां जाएंगे?” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल करते हुए यह भी कहा, “देश के किसानों के साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है. आपने किसानों से जो वादा किया था, उसे पूरा क्यों नहीं करते?”
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