Phillip Hughes: क्रिकेट को अक्सर रोमांच और मनोरंजन का खेल माना जाता है, लेकिन कभी-कभी यह खेल खतरनाक भी साबित होता है. ऐसा ही एक दर्दनाक हादसा 27 नवंबर 2014 को हुआ, जब ऑस्ट्रेलिया के युवा क्रिकेटर फिलिप ह्यूज (Phillip Hughes) ने खेल के मैदान पर ही अपनी जान गंवा दी. उनकी मौत ने न केवल ऑस्ट्रेलिया बल्कि पूरी क्रिकेट दुनिया को हिला कर रख दिया.
बाउंसर बना मौत का कारण

आपको बता दे कि, 27 नवंबर 2014 को साउथ ऑस्ट्रेलिया और न्यू साउथ वेल्स के बीच एक फर्स्ट क्लास मुकाबला खेला जा रहा था. साउथ ऑस्ट्रेलिया की ओर से खेलते हुए फिलिप ह्यूज (Phillip Hughes) ने 9 चौकों की मदद से 63 रन बनाए थे. इसी दौरान ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज सीन एबॉट की बाउंसर गेंद ने उन्हें घायल कर दिया. गेंद उनके सिर के पिछले हिस्से में लगी, जहां हेलमेट सुरक्षा प्रदान नहीं कर पाया. चोट इतनी गंभीर थी कि उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया. दो दिन तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद, 27 नवंबर को फिलिप ह्यूज ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया.
अंतर्राष्ट्रीय करियर में शानदार प्रदर्शन
टेस्ट क्रिकेट
- कुल मैच: 26
- पारियां: 49
- रन: 1535
- औसत: 32.65
- शतक: 3
- अर्धशतक: 7
- सर्वाधिक स्कोर: 160
वनडे क्रिकेट
- कुल मैच: 25
- पारियां: 24
- रन: 826
- औसत: 35.91
- शतक: 2
- अर्धशतक: 4
- सर्वाधिक स्कोर: 138
टी20 इंटरनेशनल
- मैच: 1
- रन: 6
फिलिप ह्यूज ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 114 मैच खेले

- कुल पारियां: 209
- रन: 9023
- औसत: 46.51
- शतक: 26
- अर्धशतक: 46
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क्रिकेट में सुरक्षा पर बढ़ा ध्यान

फिलिप ह्यूज (Phillip Hughes) की दर्दनाक मौत ने क्रिकेट में सुरक्षा उपायों को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए। इस घटना के बाद खिलाड़ियों के हेलमेट डिजाइन और सुरक्षात्मक गियर को और बेहतर बनाया गया. आईसीसी ने भी बल्लेबाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियमों में कई बदलाव किए.
एक प्रेरणादायक खिलाड़ी की याद

फिलिप ह्यूज (Phillip Hughes) का क्रिकेट करियर भले ही छोटा रहा, लेकिन उनकी उपलब्धियां और खेल के प्रति उनका समर्पण हमेशा याद किया जाएगा. उनकी मौत क्रिकेट के इतिहास में एक ऐसा अध्याय है, जिसने खिलाड़ियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की जरूरत को उजागर किया. 27 नवंबर का दिन आज भी क्रिकेट जगत के लिए एक दुखद दिन के रूप में याद किया जाता है.