लखनऊ संवाददाता :MOHD KALEEM
लखनऊ : छह साल की अवधि में भारत के 14 से 18 वर्ष के युवाओं में किस प्रकार के बदलाव आए हैं, जबकि कोविड के कारण स्कूल और कॉलेज दो साल के लिए बंद हुए थे। ये युवा वर्तमान में क्या कर रहे हैं? वे व्यावहारिक पढऩे और गणित के संदर्भ में क्या कर सकते हैं? क्या उन्हें अपने भविष्य की सहायता करने के लिए डिजिटल कौशल की जानकारी है। इसी को ध्यान में रखते हुए असर 2023 बियॉन्ड बेसिक्स संस्था सर्वेक्षण कराने के लिए उत्तर प्रदेश के दो जिलों हाथरस व वाराणसी में डीएलएड के छात्रों को प्रशिक्षित करेगी। जो सितम्बर और नवम्बर के बीच प्रत्येक राज्य के एक या दो जिलों में जाकर सर्वेक्षण करेंगे।
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विभाग के छात्र सर्वेक्षण करेंगे
यह एक सैंपल आधारित घरेलू सर्वेक्षण होगा। जो स्थानीय स्वयंसेवकों द्वारा सरल और आसान टूल्स उपकरणों एवं प्रारूपों का उपयोग करके आयोजित किया जाएगा। युवाओं में गतिविधि, आकांक्षाएं, जागरूकता और डिजिटल कौशल तथा क्षमता पर ध्यान रखकर सर्वेक्षण टीम सर्वे करेंगी।
राज्य समन्यवक सुनील कुमार के मुताबिक हाथरस और वाराणसी में प्रशिक्षण आयोजित होंगे। प्रत्येक जिलों से सर्वेक्षण कर 60 गांवों से आंकड़े एकत्र करेंगे। हाथरस में सर्वेक्षण में शामिल जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के परिसर में डीएलएड प्रशिक्षुओं को 11 से 18 सितम्बर तक प्रशिक्षित किया जाएगा। वहीं वाराणसी के काशी विद्यापीठ के सोशल वर्क विभाग के छात्रों को 3 से 6 अक्टूबर तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद विभाग के छात्र सर्वेक्षण करेंगे।
ध्यान केंद्रित कर सर्वेक्षण करेंगे
दोनों जिलों के प्रशिक्षित छात्र 13 सितम्बर को हाथरस तथा 5 अक्टूबर को वाराणसी जिले में को पायलट के लिए गांव में जाएंगे। गांव में युवाओं केे कार्य को देखने और समझने के लिए उन्हें आमंत्रित करेंगे।
असर संस्था से प्रशिक्षित छात्र चार पर ध्यान केंद्रित कर सर्वेक्षण करेंगे। युवाओं में गतिविधि, आकांक्षाएं, जागरूकता और डिजिटल कौशल तथा क्षमता पर ध्यान रखकर सर्वेक्षण टीम सर्वे करेंगी। इसमें भारत के 14 से 18 आयु के युवा वर्तमान में क्या कर रहे हैं? क्या वे स्कूल, कॉलेज में हैं, व्यावसायिक प्रशिक्षण ले रहे हैं,परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं या काम कर रहे हैं? छात्र यह भी देखेंगे कि युवा क्या बनने की आकांक्षा रखते हैं? वे आगे कितना पढऩा चाहते हैं? क्या उनका कोई आदर्श है? क्या युवा डिजिटल प्रौद्योगिकियों और प्लेटफार्मों से अवगत हैं? वे स्मार्टफ़ोन का उपयोग किस लिए करते हैं? क्या वे स्मार्टफोन पर कुछ बुनियादी डिजिटल कार्य कर सकते हैं? क्या वे दैनिक जीवन में आवश्यक सरल गणनाएँ कर सकते हैं? क्या वे सरल निर्देश पढ़ और समझ सकते हैं?
राज्य के 1 या 2 जिलों में आयोजित किया जाएगा
असर 2017 के अनुसार गतिविधि और क्षमता के डोमेन्स को समान रखा गया है। असर 2023 एक तुलनात्मक अनुमान प्रदान करेगा, जिसमें यह जानकारी मिलेगी कि 6 साल की अवधि में भारत के युवाओं में किस प्रकार के बदलाव आए हैं, जबकि कोविड के कारण स्कूल और कॉलेज 2 साल के लिए बंद हुए थे।
यह सर्वेक्षण सितंबर और नवंबर के बीच प्रत्येक राज्य के 1 या 2 जिलों में आयोजित किया जाएगा। पिछले वर्षों की तरह इसकी रिपोर्ट जनवरी 2024 के बीच जारी की जाएगी। इसका उद्देश्य बड़े पैमाने पर विश्वसनीय और समझने में आसान साक्ष्यों को इकठ्ठा करना है ताकि पूरे देश से संबंधित मुद्दों पर सार्वजनिक बातचीत को सुविधाजनक बनाया जा सके।