Weather Today:उत्तर प्रदेश में इस समय सर्दी ने अपने पूरे प्रभाव को दिखाना शुरू कर दिया है। पिछले 24 घंटों में राज्य के विभिन्न हिस्सों में न्यूनतम तापमान में करीब 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। यह गिरावट राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण मौसम परिवर्तन है, क्योंकि यह बीते छह वर्षों में दिसंबर महीने का सबसे कम न्यूनतम तापमान है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इसे शीतलहर की स्थिति करार दिया है और अगले दो से तीन दिनों तक तापमान में और गिरावट की संभावना जताई है।
Read more :Air pollution: बढ़ता pollution बन सकता है श्वास रोगियों के लिए प्राणघातक!
पछुआ हवा ने पुरवा को पछाड़ा, बढ़ी सर्दी
गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में सर्द व शुष्क पछुआ हवा ने 15 दिनों से चल रहे नम और गर्म पुरवा को पछाड़ दिया है। पछुआ हवा की गति लगभग 20 किलोमीटर प्रति घंटा रही, जिससे घना कोहरा और धुंध का निर्माण हुआ। इसके परिणामस्वरूप, शहर का तापमान काफी लुढ़क गया है। 24 घंटों के भीतर, न्यूनतम तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई है, जिससे रात के समय ठंड में इजाफा हुआ है।यह तापमान गिरावट बीते छह वर्षों के दिसंबर के सबसे कम तापमान के रूप में दर्ज की गई है। गोरखपुर में बुधवार की सुबह न्यूनतम तापमान औसत से 4.8 डिग्री सेल्सियस कम रिकार्ड किया गया, जिससे इलाके में शीतलहर की स्थिति बन गई है।
Read more :Cyclone Fengal का तांडव! हवाई और सड़क सेवाएं प्रभावित, चेन्नई और पुडुचेरी में जलप्रलय का बढ़ा खतरा ?
क्या वजह है इस मौसम परिवर्तन के पीछे?
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पश्चिमोत्तर भारत में सक्रिय हो चुके पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव इस मौसम परिवर्तन के लिए जिम्मेदार है। इस विक्षोभ के प्रभाव से जम्मू और उत्तराखंड में बर्फबारी हुई, जिसके कारण ठंडी पछुआ हवा गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में पहुंची। इस हवा के साथ आई ठंड ने पूरे इलाके का मौसम बदल दिया।
मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय के मुताबिक, आगामी दो से तीन दिनों तक यह स्थिति बनी रह सकती है, और इस दौरान न्यूनतम तापमान में और गिरावट देखने को मिल सकती है। उन्होंने यह भी बताया कि पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तराखंड तक महसूस हो रहा है, जिससे उत्तर भारत में सर्दी का प्रकोप बढ़ा है।
Read more :Kerala में भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी,कई जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद
अगले दो-तीन दिन तक जारी रह सकती है शीतलहर
IMD के मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी और तापमान में और गिरावट देखने को मिल सकती है।
इस दौरान, रात का तापमान और भी कम हो सकता है, जिससे लोग अधिक ठंड का सामना कर सकते हैं।विभाग ने लोगों को चेतावनी दी है कि इस अत्यधिक सर्दी में स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है, खासकर बुजुर्गों और बच्चों को ठंड से बचाव के उपायों की आवश्यकता है। किसानों के लिए भी यह मौसम चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि इससे कृषि उत्पादों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।