Reliance Foundation: केरल के वायनाड में भूस्खलन (Wayanad landslide) ने विनाशकारी दृश्य पैदा किए हैं, जिससे स्थानीय लोग एक कठिन समय का सामना कर रहे हैं। इन विपरीत परिस्थितियों में प्रभावितों को राहत देने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में रिलायंस फाउंडेशन ने तात्कालिक सहायता देने के साथ-साथ मिड-टर्म और लॉन्ग टर्म सपोर्ट देने का ऐलान किया है। यह पहल राहत प्रयासों में एक महत्वपूर्ण योगदान है, जो स्थानीय अधिकारियों और डिजास्टर मैनेजमेंट टीमों के साथ को-ऑर्डिनेशन में किया गया है।
Read more: UP News: मायावती का बड़ा सियासी दांव! उपचुनाव से पहले दलित राजनीति में 360 डिग्री का बदलाव
रिलायंस फाउंडेशन की तत्परता
रिलायंस फाउंडेशन ने राज्य सरकार के अधिकारियों और जिले की आपदा प्रबंधन टीमों के साथ मिलकर प्रभावितों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए मैदान में कदम रखा है। टीमों ने शिविरों में लोगों को आवश्यक पोषण के लिए दूध और फल जैसी तत्काल राहत प्रदान की है। अगले कुछ हफ्तों और महीनों में, रिलायंस फाउंडेशन ने गंभीर रूप से प्रभावित जिले के लिए समग्र सपोर्ट की प्रतिबद्धता जताई है। रिलायंस फाउंडेशन की टीमों ने शिविरों में मौजूद लोगों को दूध और फल सहित पोषण की आवश्यकताएं पूरी करने के लिए तत्काल राहत पहुंचाई है।
Read more: Waqf Act 2013 में संशोधन पर मचा हंगामा, जमीयत उलेमा-ए-हिंद मौलाना अरशद मदनी ने जताई आपत्ति
नीता अंबानी का बयान
रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक और अध्यक्ष नीता अंबानी ने कहा, “हम वायनाड के लोगों की पीड़ा और भूस्खलन से हुई भारी क्षति से गहरे दुखी हैं। इस अत्यंत दुख के समय में हमारा दिल हर एक व्यक्ति और परिवार के साथ है, जो प्रभावित हुआ है। हमारे रिलायंस फाउंडेशन की टीमें जमीन पर तत्काल रिस्पॉन्स, रिकवरी और लॉन्ग टर्म में जरूरत की सभी चीजों को सपोर्ट दे रही हैं। हम इस कठिन समय में केरल के लोगों के साथ खड़े हैं।”
Read more: Lucknow में महिला के आत्मदाह से मचा हड़कंप, अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर साधा निशाना
मिड-टर्म और लॉन्ग टर्म सपोर्ट
- भोजन और पोषण-रिलायंस फाउंडेशन ने तैयार खाने के पौष्टिक भोजन, जैसे फल और दूध, सूखा राशन, रसोई के बर्तन और चूल्हे जैसी आवश्यकताएं प्रदान की हैं, ताकि परिवार अपनी रसोई को फिर से शुरू कर सकें।
- जल, स्वच्छता और स्वास्थ्य (WASH)-शौचालय की सुविधाएं, आवश्यक स्वच्छता आवश्यकताएं और स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए बुनियादी दैनिक आवश्यकताएं प्रदान की गई हैं।
- आवास और जीवन यापन की आवश्यकताएं-अस्थायी आवास, बिस्तर, सोलर लालटेन और टॉर्च, कपड़े और सफाई सामग्री प्रदान की गई हैं, ताकि प्रभावित जनसंख्या को आवास और जीवन यापन की आवश्यकताएं पूरी हो सकें।
- आजीविका की रिकवरी-रिलायंस फाउंडेशन ने प्रभावित परिवारों के लिए बीज, चारा, उपकरण और व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया है, ताकि वायनाड के ही इकोसिस्टम के अनुसार विविध आय स्रोत और स्थायी कृषि पर ध्यान केंद्रित किया जा सके।
- शिक्षा के लिए समर्थन-प्रभावित बच्चों के लिए किताबें और खेल सामग्री प्रदान की गई हैं, ताकि उनकी शिक्षा में निरंतरता बनी रहे।
- विश्वसनीय कनेक्टिविटी-रिलायंस जियो ने समर्पित टावर स्थापित किए हैं, और जियो भारत फोन दिए हैं, जिससे वहां के बाशिंदों, बचावकर्मियों और आपदा प्रबंधन टीमों के लिए कम्युनिकेशन को बढ़ावा मिलता है और गतिविधियों को सुव्यवस्थित किया जा सकता है।
- मनो-सामाजिक समर्थन और सामुदायिक हीलिंग-विशेषज्ञों के साथ ट्रॉमा-प्रभावित व्यक्तियों के लिए परामर्श देना, सामाजिक बातचीत को बढ़ावा देना, ताकि लोग ठीक हो सकें। इन उपायों में बच्चों और युवाओं के समर्थन के लिए विशेष प्रयास शामिल हैं।
राहत की बात यह है कि रिलायंस फाउंडेशन जैसे संगठनों ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और प्रभावितों के लिए राहत और पुनर्वास की पहल की है। यह महत्वपूर्ण है कि सरकार और अन्य संगठनों के साथ मिलकर इस तरह के समन्वित प्रयास किए जाएं, ताकि पीड़ितों को तात्कालिक सहायता मिलने के साथ-साथ उनकी दीर्घकालिक जरूरतें भी पूरी हो सकें। वायनाड के लोगों के साथ यह समर्थन जारी रहना चाहिए, ताकि वे इस आपदा से उबर सकें और एक नई शुरुआत कर सकें।
Read more: Bangladesh Crisis: बांग्लादेश की सियासी उथल-पुथल में ISI का हाथ, खुफिया रिपोर्ट में बड़ा खुलासा