Krishna Janmashtami: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी भारत में कई जगह बड़े ही धूमधाम से मनाई जाती हैं। आपको बता दे कि कृष्ण जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता हैं। सभी भक्तों की भी़ड़ सुबह से ही मंदिरों में दर्शन करने के लिए उमड़ी हुई हैं। आपको बता दे कि पूरे देश में कई ऐसे मंदिर हैं, जहॉ पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव बड़े ही शानदार तरीके से मनाया जाता हैं।
आज हम आपको भारत के उन मंदिरों के बारे में बता रहें हैं जो कि भारत ही नहीं बल्कि पूरे दुनिया में फेमस हैं।
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श्री रंछोद्रीजी महाराज मंदिर- गुजरात
- गोमती नदी के किनारे पर यह मंदिर स्थित हैं। इस मंदिर में 8 गुंबद और 24 बुर्ज हैं जो सोने से बने हुए हैं। इस मंदिर के साथ ही लक्ष्मी जी का भी मंदिर हैं।
- डाकोर मंदिर एक तीर्थ स्थल है जहाँ भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है। भक्त आशीर्वाद लेने, प्रार्थना करने और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए मंदिर में आते हैं।
उडुपी श्री कृष्ण मठ- कर्नाटक मंदिरों
- इस मंदिर को 13वीं सदी मे बनाया गया था। इस मंदिर के पास मौजूद तालाब के पानी में मंदिर का प्रतिबिंब दिखाई देता हैं। इसमें भगवान श्री कृष्ण की पूजा होती हैं।
- इस जगह को दक्षिणी भारत का मथुरा कहा जाता है। मंदिर में एक आश्रम है, जो दैनिक जीवन और भक्ति को बढ़ावा देता हैं। यह साहित्य के उडुपी रूप दासा साहित्य का जन्मस्थान भी हैं।
इस्कॉन मंदिर- बेंगलुरु
- बेंगलुरु में भारत का सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर हैं। कहा जाता हैं कि यह मंदिर 1997 में बनाया गया था, जिसका उद्देश्य वैदिक और धार्मिक सभ्यताओं को बढ़ावा देने का था।
- इस्कॉन मंदिर बैंगलोर भगवान श्री कृष्ण का मंदिर है। इस मंदिर को कर्नाटक सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1960 के अनुसार सन 1978 ईस्वी में रजिस्टर किया गया था।
बालकृष्ण मंदिर- हंपी कर्नाटक
कर्नाटक के हंपी में स्थित बालकृष्ण मंदिर काफी यूनीक तरीके से बनाया गया हैं। यह मंदिर UNESCO की वर्ल्ड हेरिटेज वेबसाइट में भी मिलता हैं। इस मंदिर में कृष्ण जी का बाल रूप विराजमान हैं।
इस मंदिर का निर्माण विजयनगर काल के शासक कृष्णदेवराय ने वर्ष 1513 ई. में करवाया था। उन्होंने युद्ध जीतने और उसके बाद उत्कल या उदयगिरि के पूर्वी शासनकाल पर कब्ज़ा करने के सम्मान में इस मंदिर का निर्माण कराया था। यह स्थान वर्तमान में उड़ीसा के नाम से जाना जाता हैं।
श्रीनाथ जी मंदिर- नाथद्वारा (राजस्थान)
- श्रीनाथ जी का मंदिर विश्व भर में प्रसिद्ध मंदिरों में एक हैं। ये मंदिर 12वीं शताब्दी में बनाया गया था। मेवाड़ के राजा इस मंदिर में मौजूद मूर्तियों को गोवर्धन की पहाड़ियों से औरंगजेब से बचाकर लाए थे। यह मंदिर अपनी मूर्तियों और कलाकृतियों के लिए भी जाना जाता हैं।
- नाथद्वारा में स्थापित भगवान श्रीनाथजी के विग्रह को मूलरूप से भगवान कृष्ण का ही स्वरूप माना जाता हैं। राजसमंद जिले में स्थित नाथद्वारा के आसपास का क्षेत्र प्राकृतिक रूप से बहुत समृद्ध हैं।
जगन्नाथ मंदिरों
- पुरी में बना जगन्नाथ मंदिरों 800 सालों से भी ज्यादा पुराना माना जाता हैं। जगन्नाथ मंदिर के शिखर पर स्थित झंडा हमेशा हवा की विपरीत दिशा में लहराता हैं। यह काफी रहस्यमयी मंदिर हैं।
- वर्तमान में केवल हिंदुओं को मंदिर के अंदर गर्भगृह में देवताओं की पूजा करने की अनुमति हैं।
- मंदिर के सिंह द्वार (मुख्य प्रवेश द्वार) पर एक संकेत स्पष्ट रूप से इंगित करता हैं कि “केवल हिंदुओं को प्रवेश की अनुमति हैं।
इस्कॉन मंदिर- वृंदावन
- यह बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर हैं। वृंदावन का इस्कॉन मंदिर साल 1975 में बनाया गया था। वृंदावन के इस्कॉन मंदिर में श्रद्धालु झूमते-गाते हुए प्रभु की भक्ति में खो जाते हैं। इस मंदिर में राधेकृष्ण की प्रतिमा काफी सुंदर हैं। यहां श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर विदेशी श्रद्धालुओं काफी मात्रा में होते हैं।
- वृंदावन में रमन रेटी में स्थित, मंदिर आसानी से उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्से से नियमित परिवहन द्वारा पहुंचा जा सकता है। दिल्ली से, नियमित बसों या टैक्सियों को भर्ती करके मंदिर के संपर्क में रह सकते हैं।