Uttarakhand Heavy Rain: भारी बारिश और लैंडस्लाइड के चलते प्रसिद्ध केदारनाथ यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। खराब मौसम की वजह से यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है। प्रशासन और मौसम विभाग यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से सतर्क हैं और स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं। भारी बारिश के कारण उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। हरिद्वार, देहरादून, टिहरी, रुद्रप्रयाग और नैनीताल में इन मौतों की खबरें आई हैं।
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यात्रा की सुरक्षा पर जोर
जैसे ही हालात बेहतर होंगे, यात्रा को फिर से शुरू किया जाएगा। यात्रियों से अपील की गई है कि वे मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा की योजना बनाएं और आवश्यक सावधानियाँ बरतें। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और किसी भी स्थिति में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।
स्थिति इतनी गंभीर है कि रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ के पास भीमबली में बादल फटने से 4000 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं।
बचाव अभियान जारी
फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए 5 हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। रुद्रप्रयाग के आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके राजवार ने बताया कि गौरीकुंड से शुरू होने वाला 16 किलोमीटर लंबा केदारनाथ ट्रैक कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया है। घोड़ा पड़ाव, लिनचोली, बड़ी लिनचोली और भीमबली में ट्रैक पूरी तरह से टूट चुका है। रामबाड़ा के पास दो पुल भी कल रात बह गए।
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वायुसेना द्वारा की जारी मदद
राज्य सरकार ने केदारनाथ में फंसे लोगों को निकालने के लिए वायुसेना की मदद ली है। वायुसेना के हेलिकॉप्टरों को बचाव अभियान में लगाया गया है, ताकि फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके। इस आपदा की घड़ी में सभी संबंधित विभाग आपसी तालमेल के साथ काम कर रहे हैं।
हेल्पलाइन नम्बर जारी
रुद्रप्रयाग पुलिस के कंट्रोल रूम के नम्बर 7579257572 और पुलिस कार्यालय में व्यवस्थित लैंडलाइन नम्बर 01364-233387 को हेल्पलाइन नम्बर के तौर पर शुरू किया गया है। इन नम्बरों के व्यस्त रहने पर आपातकालीन नम्बर 112 पर काॅल करके आवश्यक जानकारी प्राप्त की जा सकती है। स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने भविष्य की यात्रा के लिए भी कड़े दिशा-निर्देश जारी करने की योजना बनाई है। यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि वे किसी भी स्थिति में प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें और अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें।
केदारनाथ जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल पर यात्रा करते समय मौसम की स्थिति का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। इस मुश्किल समय में प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और बचाव अभियान की सराहना की जा रही है। सभी को उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति सामान्य होगी और केदारनाथ यात्रा पुनः सुरक्षित रूप से शुरू की जा सकेगी।