Uttarakhand Rape case: कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि उत्तराखंड (Uttarakhand) से एक और दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में तस्लीम जहां नाम की नर्स के साथ रेप और हत्या की घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया है। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
उत्तराखंड के अस्पताल में थी नर्स
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि 33 वर्षीय नर्स तस्लीम जहां रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल में कार्यरत थीं। वह 30 जुलाई की रात से लापता थीं। जब वह अपने किराये के मकान वसुंधरा अपार्टमेंट में नहीं पहुंचीं तो रुद्रपुर कोतवाली में 31 जुलाई को मृतका की बहन ने उसके गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके बाद से पुलिस इस मामले की जांच में लगी हुई थी। पुलिस ने जब तलाश शुरू की और एक खाली प्लॉट में नर्स का शव बरामद किया।
दुष्कर्म के बाद की हत्या
मृतका की हालत देखकर साफ अंदाजा लगाया जा सकता था कि उसके साथ क्या हुआ होगा। लेकिन मृतका के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के कारण का पता नहीं चल सका, लेकिन पुलिस की जांच में सीसीटीवी फुटेज ने आरोपी की पहचान में मदद की। फुटेज में एक संदिग्ध व्यक्ति देखा गया, जो तस्लीम के साथ आखिरी बार देखा गया था। नर्स का मोबाइल बरेली में ट्रेस किया गया, जहां धर्मेंद्र नाम का व्यक्ति इसका इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस ने बरेली में आरोपी की तलाश की, लेकिन वह परिवार सहित फरार हो चुका था। अंततः आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार किया गया।
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आरोपी ने कबूला जुर्म
आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह मजदूरी करता है और गदरपुर क्षेत्र में काम कर रहा था। पुलिस ने संदिग्ध व्यक्ति धर्मेंद्र और उसकी पत्नी खुशबू को राजस्थान के जोधपुर से हिरासत में लिया और उन्हें रुद्रपुर लेकर आए। यहां पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो धर्मेंद्र ने अपना जुर्म कबूला। आरोपी ने बताया कि 30 जुलाई की शाम को उसने महिला को वसुंधरा कॉलोनी जाने वाली सड़क पर अकेला देखा था, जिसके बाद उसकी नीयत खराब हो गई।
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पहचान छुपाने के लिए पत्थर से कूचा चेहरा
आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर महिला को जबरदस्ती झाड़ियों में ले गया, जहां उसने महिला के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया, लेकिन जब महिला ने इसका विरोध किया तो आरोपी ने उसका सिर सड़क पर पटक दिया और फिर उसके साथ रेप किया। आखिर में आरोपी ने दुपट्टे से ही महिला का गला घोटकर हत्या कर दी। कोई उसका चेहरा न पहचान सके इसके लिए उसका चेहरा पत्थर से कूच दिया। पुलिस ने बताया कि शव को झाड़ी में ठिकाने लगाने के बाद आरोपी नर्स का मोबाइल और तीस हजार रुपए लेकर फरार हो गया।
उत्तराखंड में नर्स के साथ हुई इस भयावह घटना ने पूरे देश को हिला दिया है। अभी कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत को लोग भुला भी न पाए थे और यह सब हो गया। अभी उसके अपराधियों को सजा भी नहीं मिल सकी और एक नर्स के साथ ऐसी बर्बरता हुई. यह वास्तव में स्वतंत्रता दिवस मनाने का दिन है? जहां कोई भी महिला या बच्चियां सुरक्षित नहीं है। वास्तविक न्याय तभी मिलेगा जब अपराधियों को कठोर सजा मिले और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके। तब वह दिन आजादी का दिन कहा जायेगा।