Donald Trump vs Kamala Harris: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मंगलवार को मतदान शुरू हुआ। इस बार के चुनाव में रिपब्लिकन नेता और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस के बीच मुकाबला कड़ा है। पहले चरण में मतगणना भी शुरू हो चुकी है। शुरुआती रुझानों के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप रेड राज्यों इंडियाना, केंटकी और फ्लोरिडा में बढ़त बनाए हुए हैं। ये राज्य आमतौर पर रिपब्लिकन पार्टी के पक्ष में मतदान करते रहे हैं।
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ट्रंप और हैरिस के बीच बढ़ती टक्कर
एडिसन रिसर्च के अनुमान के अनुसार, ट्रंप ने इंडियाना, केंटकी और वेस्ट वर्जीनिया में जीत हासिल कर ली है। वहीं, कमला हैरिस ने वर्मोंट में बढ़त बना ली है। अब तक 210 इलेक्टोरल कॉलेज वोट ट्रंप के पक्ष में गए हैं जबकि हैरिस को 112 वोट मिले हैं। राष्ट्रपति चुनाव में कुल 538 इलेक्टोरल कॉलेज में से 270 वोट की आवश्यकता होती है, और दोनों उम्मीदवारों के बीच यह जंग काफी नजदीकी मानी जा रही है। डोनाल्ड ट्रंप को जिन 22 राज्यों में बढ़त प्राप्त हुई है, उनमें व्योमिंग, पश्चिमी वर्जीनिया, टेक्सास, टेनेसी, साउथ डकोटा, साउथ कैरोलिना, ओक्लाहोमा, ओहायो, नेब्रास्का, नॉर्थ डकोटा, मिसिसिप्पी, लुइसियाना, केंटकी, इंडियाना, फ्लोरिडा, आर्कंसस, अलाबामा, आयोवा, मिजूरी, यूटाह, वेस्ट वर्जीनिया और मोंटाना शामिल हैं। इन राज्यों से ट्रंप को कुल 210 इलेक्टोरल कॉलेज वोट मिल रहे हैं।
किन-किन राज्यों से ट्रंप और हैरिस की जीत
ट्रंप को दक्षिण कैरोलिना, इंडियाना, केंटकी, मिसिसिपी और मिसौरी में बढ़त मिली है, जबकि हैरिस इलिनोइस और रोड आइलैंड में जीत दर्ज कर रही हैं। इन चुनावों में मतगणना के साथ-साथ जनता के रुझानों को समझना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह चुनाव अमेरिका के लोकतंत्र के भविष्य को आकार देने वाला माना जा रहा है।
एग्जिट पोल्स से मिल रहे संकेत
एग्जिट पोल्स के अनुसार, अमेरिका के मतदाताओं के लिए लोकतंत्र की स्थिति, अर्थव्यवस्था का स्वरूप और गर्भपात जैसे मुद्दे महत्वपूर्ण हैं। सीबीएस न्यूज द्वारा किए गए सर्वे में दस में से छह लोगों ने लोकतंत्र की स्थिति को अपना प्राथमिक मुद्दा बताया, जबकि अर्थव्यवस्था और गर्भपात भी शीर्ष मुद्दों में शामिल हैं। 73% मतदाता मानते हैं कि देश में लोकतंत्र खतरे में है, जबकि 25% का मानना है कि लोकतंत्र सुरक्षित है।
मतदाताओं की आर्थिक स्थिति पर भी नजर
सीएनएन के एक एग्जिट पोल के मुताबिक, एक-तिहाई मतदाताओं ने अमेरिका की अर्थव्यवस्था को संतोषजनक बताया, जबकि 20% ने कहा कि वे महंगाई से प्रभावित हैं। इस बार का चुनाव कई आर्थिक पहलुओं पर भी केंद्रित रहा है।
चुनावी माहौल के बीच मिली बम की धमकी
चुनाव के दिन कुछ मतदान केंद्रों पर अशांति की खबरें भी आईं। पेंसिल्वेनिया के कैंब्रिया काउंटी में वोट-काउंटिंग में गड़बड़ी हुई, जबकि जॉर्जिया के फुल्टन काउंटी में दो मतदान केंद्रों को बम की धमकी के बाद खाली कराया गया। एफबीआई ने जानकारी दी है कि कुछ रूसी ईमेल डोमेन से बम की झूठी धमकियां दी गई हैं। इसके अलावा केंटकी के लुइसविले में मतदान में देरी हुई, और सेंट लुइस में बिजली की बाधा के चलते जनरेटर का उपयोग किया गया।
व्हाइट हाउस की दौड़ में कौन होगा आगे
अमेरिकी चुनावों के प्रारंभिक रुझान यह दिखा रहे हैं कि लोकतंत्र के इस सबसे बड़े मंच पर जनता की राय स्पष्ट रूप से विभाजित है। आने वाले समय में इन परिणामों के अनुसार अमेरिका का भविष्य आकार लेगा, और वैश्विक राजनीति पर इसका गहरा असर पड़ने की संभावना है।
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