उ0प्र (लखनऊ): संवाददाता – मोहम्मद कलीम
- बिजली की आवाजाही से भी मरीज हुए परेशान
लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल में सोमवार को ओपीडी में अधिक भीड़ होने से हंगामा हो गया। सप्ताह का पहला दिन होने की वजह से पर्चा, जांच काउंटर समेत डॉक्टरों के कमरों के बाहर लंबी लाइन लगी थीं। इसी बीच सर्वर खराब हो गया। बिजली की आवाजाही भी लगी रही। इससे नाराज लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। हालांकि मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने किसी तरह से समझा बुझाकर लोगों को शांत कराया। इससे लोगों को जांच कराने, रिपोर्ट लेने में दिक्कतें हुईं।
सर्वर ठप काउंटर पर लगी लंबी लाइन
दोपहर 12 बजे के करीब अचानक सर्वर ने काम करना बंद कर दिया। इससे पर्चा बनना बंद हो गया तो मरीजों की कतार और लंबी हो गई। जांच रिपोर्ट भी निकलने में दिक्कत हुई। पैथालॉजी काउंटर पर महिला, पुरुष अलग-अलग लाइन में खड़े रहे। उनके बारकोड जेनरेट नहीं हो पा रहे थे। इसी बीच बिजली की आवाजाही भी शुरू हो गई। इससे नाराज लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने सभी को शांत कराया। करीब आधा घंटे बाद सर्वर सही हुआ। तब पर्चे बनने के साथ खून की जांच शुरू हो सकी।
एक तिहाई सिग्नल लाइटें खराब होने की मांगी गई रिपोर्ट
लखनऊ। शहर में करीब 155 जगहों पर ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए सिग्नल लाइटें लगाई गई है। ढाई साल बीतने के बाद एक तिहाई सिग्नल लाइटें खराब हो गई है या बंद हैं। चल रही हैं तो रेड ग्रीन और यलो का सिग्नल नहीं दे रही है। कहीं सिर्फ रेड सिग्नल है तो कहीं लगातार यलो लाइट जल रही है। इससे जाम की स्थिति बनने और सड़क हादसों का खतरा बन रहा है। जेसीपी कानून व्यवस्था ने डीसीपी ट्रैफिक से रिपोर्ट तलब की है।
मुंशीपुलिया से लोहिया पार्क और चारबाग के नत्था तिराहे से आमलबाग रूट पर लगे सिग्नल लाइट, यलो लाइट के भरोसे हैं। सीधे रास्ते जा रही वाहन सवार यलो लाइट को समझ रहे हैं। मगर दूसरे छोर से आने वाले वाहन सवार सिग्नल लाइट में गड़बड़ी के चलते आपस में भिड़ रहे हैं।