Digital- Aanchal Singh
Tirupati Balaji: भारत एक ऐसा देश है जहॉ कई अलग- अलग राज्यों में चमत्कारिक और रहस्यमयी मंदिर हैं। जिनमें से एक दक्षिण भारत में स्थित भगवान तिरुपति बालाजी का मंदिर भी शामिल है। आपको बता दें कि भगवान तिरुपति बालाजी का यह मंदिर आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में तिरुमला पर्वत पर स्थित है और यह भारत के मुख्य तीर्थ स्थलों में से एक है। यह मंदिर भारत समेत पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। जो कि भारतीय वास्तु कला और शिल्प कला का उत्कृष्ट उदाहरण है और यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है।
तिरुपति बालाजी की खासियत

आपको बता दें कि तिरुपति बालाजी का वास्तविक नाम श्री वेंकटेश्वर स्वामी है जो स्वयं भगवान विष्णु हैं। हिंदू धर्म की धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्री वेंकटेश्वर अपनी पत्नी पद्मावती के साथ तिरुमला में निवास करते हैं। मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान वेंकटेश्वर के सामने प्रार्थना करते हैं। उनकी सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं। भक्त अपनी श्रद्धा के मुताबिक, यहां आकर तिरुपति मंदिर में अपने बाल दान करते हैं। इस अलौकिक और चमत्कारिक मंदिर से कई रहस्य जुड़े हुए हैं।
पांच करोड़ रुपए का मिला दान

बता दें कि तमिलनाडु में नौ लोगों के एक समूह ने चेन्नई स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के विस्तार के वास्ते जमीन खरीदने के लिए तिरुमला तिरुपति देवस्थानम को सोमवार को पांच करोड़ रुपए का दान दिया। तमिलनाडु राज्य के लिए TTD की स्थानीय सलाहकार समिति के अध्यक्ष शेखर रेड्डी के नेतृत्व में दानदाताओं के प्रतिनिधिमंडल ने अन्नमय्या भवन में मंदिर निकाय के अध्यक्ष वाई वी सुब्बा रेड्डी को मांग ड्राफ्ट (DD) सौंपा।
TTD ने एक प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘यह राशि चेन्नई के व्यस्त टी. नगर में वेंकटनारायण रोड पर स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के विस्तार के लिए भूमि की प्रस्तावित खरीद में योगदान देने के लिए दी गई है।” एलएसी ने मंदिर के विस्तार के लिए उससे सटी 35 करोड़ रुपए मूल्य की जमीन को चिह्नित किया है। इस भूखंड को खरीदने के लिए कुछ और लोग पहले ही आठ करोड़ रुपए से अधिक राशि दान दे चुके है। TTD तिरुपति स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर मंदिर का आधिकारिक संरक्षक है।