UPNews:उत्तर प्रदेश से एक बेहद दुखद और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। आईआईटी कानपुर की पीएचडी छात्रा प्रगति खायरा ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली, जिससे पूरे परिसर और क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। यह आत्महत्या का मामला एक साल में आईआईटी कानपुर में हुई चौथी घटना है, जिससे संस्थान में छात्रों की मानसिक स्थिति को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
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सुसाइड नोट में खुद को बताया जिम्मेदार
पीएचडी छात्रा प्रगति ने करने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा उसने लिखा कि -“मैं अपनी मौत की खुद जिम्मेदार हूं. इसमें किसी का कोई दोष नहीं उसने अपने दोस्तों के लिए लिखा कि आप लोगों ने मुझे बहुत सहयोग किया, थैंक्स. एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडे ने बताया कि करीब 12:00 के आसपास पुलिस को सूचना मिली थी कि आईआईटी कानपुर की एक शोध छात्रा ने सुसाइड कर लिया है।
जानकारी मिलते ही पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसे पुलिस ने कब्जे में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. छात्रा के परिजनों को सूचना दे दी गई है। पुलिस द्वारा इस पूरे मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
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पुलिस की कार्रवाई
गुरुवार सुबह जब प्रगति के फोन का जवाब नहीं मिला, तो उसकी साथी छात्राओं ने हास्टल प्रबंधन को सूचना दी। इसके बाद पुलिस को बुलाया गया, जिसने दरवाजा तोड़कर शव को बरामद किया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच में जुटी हुई है।
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परिजनों को नहीं हो रहा विश्वास
वहीं इस घटना के बारें में पिता ने बताया कि प्रगति बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थी, उसने दिल्ली के हंसराज कॉलेज से बीएससी, झांसी के बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी से एमएससी की। इसके बाद आईआईटी कानपुर से पीएचडी कर रही थी। परिजनों का कहना है कि बेटी ने यह कदम कैसे उठा लिया। प्रगति बहुत ही बहादुर बेटी थी।
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आईआईटी में आत्महत्या की बढ़ती घटनाएं
आईआईटी कानपुर में बीते एक साल के दौरान यह चौथी आत्महत्या की घटना है, जो बेहद चिंताजनक है। इन घटनाओं ने संस्थान के भीतर छात्रों की मानसिक सेहत और उनके ऊपर बढ़ते दबाव को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। लगातार हो रही इन आत्महत्याओं से छात्रों और प्रशासन के बीच संवाद और सहायक उपायों की कमी पर भी चर्चा हो रही है।
प्रगति की आत्महत्या से आईआईटी कानपुर और उसके छात्रों के बीच एक बार फिर मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे पर गंभीर विचार-विमर्श की जरूरत महसूस की जा रही है।