UP News: महाराष्ट्र के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने के मामले ने राजनीति का एक नया मोड़ ले लिया है। बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती ने इस घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि महापुरुषों के मामले में सकारात्मक दृष्टिकोण रखना चाहिए और इस पर राजनीति से बचना चाहिए। मायावती ने शुक्रवार को अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर इस मुद्दे पर अपनी राय साझा की।
मायावती का बयान: सकारात्मक सोच की आवश्यकता
मायावती ने अपने ट्वीट में कहा, “किसी भी समुदाय, धर्म, राजा, महाराजा, संत, गुरु या महापुरुष के मामले में नकारात्मकता से बचते हुए सकारात्मक सोच रखनी चाहिए। इनकी मूर्तियों और नामों का उपयोग भी सकारात्मक दृष्टिकोण से होना चाहिए, ना कि द्वेषपूर्ण या राजनीतिक स्वार्थ के लिए।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि ऐसा नकारात्मक रवैया देखने को मिल रहा है, जो अति दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने आगे कहा, “इनकी मूर्तियों को लगाने व नाम रखने आदि का भी इस्तेमाल, सकारात्मक नजरिये से होना चाहिये, ना कि इनकी आड़ में किसी भी प्रकार का द्वेष पूर्ण व राजनीतिक स्वार्थ छिपा होना चाहिये। जो अब देखने के लिए मिल रहा है। अति दुर्भाग्यपूर्ण।”
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राजकोट में प्रतिमा ढहने की घटना की करी आलोचना
मायावती ने शिवाजी की प्रतिमा ढहने वाली घटना की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि, “महाराष्ट्र की तरह अन्य किसी भी राज्य में खुद मूर्ति गिरने पर, सम्बन्धित अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही होनी चाहिये, ना कि इसकी आड़ में कोई राजनीति होनी चाहिये, तो यही बेहतर होगा।” आपको बता दें कि 26 अगस्त को तेज हवाओं के कारण छत्रपति शिवाजी महाराज की 28 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा ढह गई थी। यह प्रतिमा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चार दिसंबर 2023 को सिंधुदुर्ग में नौसेना दिवस समारोह के दौरान उद्घाटन की गई थी। इस घटना ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले एक महत्वपूर्ण राजनीतिक विवाद को जन्म दिया। विपक्षी दलों ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की, और इस घटना को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया।
मायावती की नसीहत: प्रशासनिक कार्रवाई पर जोर दिया जाये
मायावती ने सरकार को सलाह दी कि इस प्रकार की घटनाओं पर राजनीतिक बखेड़ा खड़ा करने के बजाय, संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उनका कहना है कि किसी भी घटना को लेकर केवल प्रशासनिक कार्रवाई की जानी चाहिए और इसे राजनीतिक विवाद का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए।
मूर्तिकार आप्टे की गिरफ्तारी
मूर्ति के ढहने के बाद मूर्तिकार जयदीप आप्टे को ठाणे जिले के पड़ोसी कल्याण शहर से गिरफ्तार कर लिया गया। भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रवीण दरेकर ने आप्टे की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “जो लोग हमारी सरकार के आलोचक थे, उन्हें अब अपना मुंह बंद कर लेना चाहिए। यह सही है कि पुलिस ने गिरफ्तारी में थोड़ा समय लिया, लेकिन अंततः पुलिस ने अपना काम किया।”
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